नई दिल्ली। अति सुरक्षित नई दिल्ली इलाके में स्थित इस्राइल दूतावास के पास बम विस्फोट के मामले में एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। दिल्ली पुलिस की जांच जामिया नगर में जामिया मिलिया इस्लामिया तक पहुंच गई है। पुलिस ने यूनिवर्सिटी के अंदर व बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मांगी है।
फुटेज को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। हो सकता है आरोपी जामिया मिलिया के अंदर गया हो। दूसरी तरफ नीली जैकेट वाले संदिग्ध का बुधवार शाम तक कुछ पता नहीं लगा। स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी हर रोज जाकर इंडिया गेट व अशोक रोड की जांच कर रहे हैं, पर ये पता नहीं लगा कि ये संदिग्ध आगे और कहां कैसे गया।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नीली जैकेट वाले संदिग्ध ने तिकोना पार्क, जामिया नगर के पास से ऑटो (नंबर 2209) लिया था। इस ऑटो से इस्राइल दूतावास के समीप हुए बम धमाके वाली जगह पर गया था। ऐसे में पुलिस को लगता है कि ये ऑटो या संदिग्ध जामिया मिलिया इस्लामिया के सामने से गुजरा है। हो सकता है कि संदिग्ध जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के अंदर गया हो।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर तीन सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इस वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जामिया मिलिया से बाहर व अंदर की 15 दिन की सीसीटीवी फुटेज मांगी है। इसके लिए स्पेशल सेल की ओर से जामिया मिलिया को बुधवार को कानूनी नोटिस दिया गया है।
दो गेस्ट हाउस और एक टैक्सी स्टैंड मालिक को भी नोटिस
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इसके अलावा जामिया नगर में तिकोना पार्क के समीप स्थित दो गेस्ट हाउस और एक टैक्सी स्टैंड मालिक को कानूनी नोटिस दिया गया है। टैंक्सी स्टैंड पर लगे सीसीटीवी कैमरों में ऑटो जाता हुआ दिखाई दे रहा है।
स्पेशल सेल की नई दिल्ली रेंज के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजीव रंजन के नेतृत्व में एसीपी ललित मोहन नेगी, हृदय भूषण व इंस्पेक्टर विनय पाल समेत अन्य की टीम मंगलवार को इंडिया गेट व अशोक रोड पर उस जगह पहुंची, जहां पर संदिग्ध ऑटो से उतरा था। ये टीम यहां पर कई घंटे रही। कई जगहों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बुधवार शाम तक संदिग्ध के बारे में ये पता नहीं लगा कि वह किसी तरफ और कैसे गया है।