नई दिल्ली। राजधानी में बुधवार को एमसीडी ने अनधिकृत कॉलोनियों व रूरल एरिया में अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की। एमसीडी ने एक ही दिन में 37 अवैध निर्माणों को जमींदोज कर दिया। इस दौरान 19 प्रॉपर्टी सील भी की गई। भाटी, मांडी, बुराड़ी, जैतपुर, जामिया नगर, नांगलोई, गोविंदपुरी, वसंतकुंज, कमला नगर और मॉडल टाउन एरिया में अवैध निर्माणों के खिलाफ एमसीडी की कार्रवाई की गई।
अभी 1,000 से अधिक अवैध निर्माण एमसीडी की लिस्ट में हैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई करनी है। इन अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एमसीडी ने अगले एक महीने का शेड्यूल तैयार किया है।
एमसीडी अफसरों के अनुसार जिन लोगों ने भी अनधिकृत कॉलोनियों में बिना नक्शा पास कराए मकान बनाए हैं और स्पेशल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत वह प्रॉपर्टी कवर नहीं है, तो ऐसी प्रॉपर्टी के खिलाफ कार्रवाई होगी। वर्तमान में उन अवैध निर्माणों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है, जो एग्रीकल्चरल लैंड पर बिना लैंड यूज चेंज कराए बनाए गए हैं। ज्यादातर ऐसी समस्या डेरा मंडी, आया नगर, मुंडका, बख्तावरपुर, अलीपुर, बुराड़ी, होलंबी खुर्द, सबोली रोड, लामपुर, बवाना रोड, नरेला, कराला, बुडपुर, निजामपुर, झड़ौदा, कादीपुर, इब्राहिमपुर, ढिचांऊ कलां, छावला, बाबा हरीदास नगर, इंद्रलोक, स्वरूप नगर, टिकरी कलां और खेड़ा खुर्द जैसे ग्रामीण इलाकों में हैं।
अफसरों का कहना है कि बुधवार को एमसीडी के सभी 12 जोन में एक साथ अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसमें भाटी, मांडी, बुराड़ी, जैतपुर, जामिया नगर, नांगलोई, गोविंदपुरी, वसंतकुंज, कमला नगर और मॉडल टाउन एरिया में 37 अवैध निर्माणों को तोड़ा गया और 19 अवैध निर्माण सील किए गए। खाली प्लॉटों पर जहां कॉलोनाइजेशन हो रहा था, उनके खिलाफ भी एमसीडी ने एक्शन लिया। ऐसे 6 प्रॉपर्टी को एमसीडी ने पूरी तरह से जमींदोज कर दिया।
एमसीडी अफसरों का कहना है कि अवैध निर्माणों की लिस्ट काफी लंबी-चौड़ी है। अगले एक महीने के लिए 1,000 अवैध निर्माणों की लिस्ट तैयार की गई है। ये लिस्ट सभी 12 जोन में पिछले कुछ महीनों के दौरान किए गए अवैध निर्माणों की हैं। इन सभी अवैध निर्माणों के खिलाफ एक्शन के लिए अलग-अलग दिनों में कार्रवाई का प्लान बनाया गया है। पिछले 3 महीने के दौरान एमसीडी ने 1204 अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की। इसमें 989 अवैध निर्माणों को पूरी तरह से तोड़ दिया गया। 322 प्रॉपर्टी सील किया और 68 के खिलाफ लीगल एक्शन लिया गया है।