नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के सीनियर पुलिस अधिकारी अब घटनास्थल पर ही जांच कर सकेंगे। इससे जांच बेहतर तरीके व समय से हो सकेगी। इसके लिए दिल्ली पुलिस के सीनियर पुलिस अधिकारियों को आधुनिक लैपटॉप दिए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस में तैनात अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त व उनसे ऊपर के पुलिस अधिकारियों को ही लैपटॉप दिए जाएंगे।
देश के केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इसके लिए अनुमति दे दी है। दिल्ली के कुल 135 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को लैपटॉप दिए जाएंगे।
दिल्ली पुलिस के जनरल प्रशासन के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गृहमंत्रालय ने पहले 135 में से 52 पुलिस अधिकारियों को अनुमति दी गई थी। अब केंद्रीय गृहमंत्रालय ने सभी सीनियर पुलिस अधिकारियों को लैपटॉप देने की स्वीकृति दे दी है। दिल्ली पुलिस ने टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस केंद्रीय गृहमंत्रालय को लिख रही है कि दिल्ली पुलिस में कितने अफसरों को लैपटॉप दिए जा रहे हैं। लैपटॉप लेने वाला अफसर दिल्ली पुलिस में तैनात है। चार वर्ष पहले किसी अफसर को विभाग से कोई लैपटॉप तो नहीं मिला था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गृहमंत्रालय की अनुमति मिलने के बाद दिल्ली पुलिस के पीएंडएल विभाग की ओर से टेंडर जारी किए जाएंगे।
देश के उत्पादों को बढ़ाने के लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय ने शर्त रखी है कि लैपटॉप भारत में निमित हो। अगर भारत का बना हुआ है नहीं है तो लैपटॉप का 40 फीसदी हिस्सा भारत में बना होना चाहिए। पुलिस अधिकारी अगर भारत निर्मित लैपटॉप लेंगे तो उन्हें 1.30 लाख रुपये दिए जाएंगे और अगर लैपटॉप का 40 फीसदी हिस्सा भारत में निर्मित है तो एक लाख रुपया मिलेगा। साथ में अफसर को इस पर टैक्स देना होगा। अभी तक 100 में से सिर्फ 25 फीसदी पुलिस अधिकारियों को लैपटॉप देने की बात कही गई थी। मगर अब गृहमंत्रालय ने सभी 100 फीसदी दिल्ली में तैनात पुलिस अधिकारियों को लैपटॉप देने की अनुमति दे दी है।
4 वर्ष के लिए दिए जाएंगे लैपटॉप
दिल्ली पुलिस के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस अधिकारियों को चार साल के लिए लैपटॉप दिए जाएंगे। चार वर्ष बाद लैपटॉप को खराब माना जाएगा। चार वर्ष बाद ये लैपटॉप कितने के बिकेंगे उसके भी दाम अभी तक तय कर दिए गए हैं। दिल्ली पुलिस के अधिकारी इसे कदम बता रहे हैं। लैपटॉप पुलिस अधिकारी साथ ले जा सकेंगे। घटनास्थल पर लैपटॉप से संबंधित जानकारी जुटाई जा सकती है। इससे जांच व ठीक तरीके से हो सकेगी।