नई दिल्ली । सीबीआई ने सार्वजनिक उपक्रम कंपनी ब्रिज एंड रूफ (इंडिया) लि. के समूह महाप्रबंधक चंचल मुखर्जी को गिरफ्तार किया। एजेंसी ने उनकी कार से रिश्वत के 10 लाख रुपये भी जब्त किए। अधिकारियों ने मुखर्जी के भुवनेश्वर और कोलकाता में 8 ठिकानों पर तलाशी ली, जहां से आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी बरामद किए गए।
अधिकारियों ने रविवार को कहा कि मामले में पेंटा ए स्टूडियो प्रा. लि. के निदेशक संतोष मोहराणा और बिचौलिए देबदत्त महापात्र को भी गिरफ्तार किया गया। उन पर मुखर्जी को रिश्वत देने का आरोप है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बिल पास करवाने के लिए मांगी रिश्वत
सीबीआई के मुताबिक, मुखर्जी ने पीएसयू के आदेश जारी करने और बिलों को मंजूरी देने के एवज में रिश्वत ली। उन्हें भ्रष्ट और अवैध गतिविधियों में लिप्त पाया गया है। यह आरोप लगाया गया है कि मोहराणा ने 6 दिसंबर को समूह महाप्रबंधक (जीजीएम) मुखर्जी से उनके भुवनेश्वर कार्यालय में मुलाकात की थी। इस दौरान जीजीएम ने एक निश्चित राशि को भविष्य के बिलों में समायोजित करने के एवज में 10 लाख रुपये की मांग की। शिकायत की जांच करने के बाद सीबीआई ने शनिवार को जाल बिछाकर मुखर्जी को अपनी मर्सिडीज कार में 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा।