वॉशिंगटन। अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की दावेदार निक्की हेली ने दावा किया है कि भारत, अमेरिका का सहयोगी बनना चाहता है, लेकिन अभी तक भारत, अमेरिका पर पूरी तरह से विश्वास नहीं करता। निक्की हेली ने ये भी कहा कि भारत बहुत समझदारी से रूस के साथ भी नजदीकी बनाए हुए हैं।
एक मीडिया चैनल को इंटरव्यू के दौरान निक्की हेली ने कहा कि भारत अभी अमेरिका को नेतृत्वकर्ता के तौर पर कमजोर मानता है।
'भारत बतौर नेतृत्वकर्ता हम पर विश्वास नहीं करता'
रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की दावेदार निक्की हेली ने कहा 'मैंने भारत के साथ डील किया है और प्रधानमंत्री मोदी से भी बात की है। मुझे लगता है भारत हमारे साथ साझेदारी करना चाहता और वह रूस के साथ नहीं जाना चाहते, लेकिन समस्या ये है कि भारत हम पर विश्वास नहीं करता। वे बतौर नेतृत्वकर्ता हम पर विश्वास नहीं करते हैं। वे हमें कमजोर समझते हैं। भारत ने हमेशा समझदारी से काम किया है और यही वजह है कि वे, रूस के साथ नजदीकी बनाए हुए हैं क्योंकि वे रूस से ही अपनी सेना के लिए साजो-सामान खरीदते हैं।'
'अमेरिका को अपनी कमजोरियों को दूर करना होगा'
हेली ने कहा कि 'जब हम फिर से नेतृत्व करने लगेंगे और अपनी कमजोरियों को दूर कर लेंगे और हमारे सहयोगी देश जैसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इस्राइल, जापान और दक्षिण कोरिया, भी यही चाहते हैं। चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए जापान ने अरबों डॉलर खर्च किए हैं, ताकि चीन पर निर्भरता कम हो। इसी तरह भारत ने भी अरबों डॉलर चीन पर निर्भरता कम करने के लिए खर्च किए हैं। अमेरिका को अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।'
चीन को लेकर चिंता जाहिर करते हुए हेली ने कहा कि 'चीन के आर्थिक हालात सही नहीं है और वह अमेरिका से युद्ध की तैयारी कर रहा है। हालांकि ये उनकी गलती होगी।'