राजकोट । भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला गुरुवार (15 फरवरी) से राजकोट में खेला जाएगा। इंग्लैंड ने हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट मैच में जीत हासिल की थी। इसके बाद विशाखापत्तनम टेस्ट को जीतकर मेजबान भारत ने वापसी की।
फिलहाल सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। मेहमान टीम इस मैच में अलग रणनीति के साथ उतर सकती है। अपना 100वां टेस्ट मैच खेलने जा रहे कप्तान बेन स्टोक्स दो विशुद्ध तेज गेंदबाजों को मौका दे सकते हैं।
राजकोट की पिच को देखते हुए इंग्लैंड ने अपने 12 खिलाड़ियों में तेज गेंदबाज मार्क वुड को जगह दी है। तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड जेम्स एंडरसन और मार्क वुड को उतार सकता है। विशाखापत्तनम टेस्ट एंडरसन खेले थे, जबकि हैदराबाद में वुड उतरे थे। दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड तीन मुख्य स्पिनर टॉम हार्टले, रेहान अहमद, शोएब बशीर और चौथे स्पिनर जो रूट के साथ उतरा था। कप्तान बेन स्टोक्स का कहना है कि रेहान के एकल प्रवेश वीजा के मुद्दे से तैयारियों पर फर्क नहीं पड़ेगा। अधिकारी इसे सुलझाने में जुटे हैं। उन्हें उम्मीद है रेहान राजकोट में खेलेंगे।
100 टेस्ट खेलने वाले इंग्लैंड के 16वें क्रिकेटर बनेंगे
अगर स्टोक्स राजकोट में खेलते हैं, तो वह क्रिकेट इतिहास में 100 टेस्ट खेलने वाले 74वें क्रिकेटर बन जाएंगे। वह इस उपलब्धि हासिल करने वाले इंग्लैंड के 16वें खिलाड़ी भी होंगे। स्टोक्स ने 2013 में टेस्ट में डेब्यू किया था। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। वह दुनिया के शीर्ष ऑलराउंडरों में एक हैं। स्टोक्स ने इंग्लैंड के लिए 99 टेस्ट मैचों में 6251 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 36.3 का रहा है। स्टोक्स ने 13 शतक और 31 अर्धशतक लगाए हैं।
ओली पोप ने की कप्तान की तारीफ
इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप का मानना है कि कप्तान बेन स्टोक्स ने कई मामलों में क्रिकेट को बदल दिया है। दबाव में कई शानदार पारियां खेलने वाले इंग्लैंड के ऑलराउंडर स्टोक्स ने टेस्ट क्रिकेट में बैजबॉल (आक्रामक रवैया) अपनाकर कप्तान के तौर पर भी मिसाल पेश की है। पोप ने कहा कि जब टीम की जरूरत होती है तो स्टोक्स अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। मुझे याद है कि एशेज में वह लॉर्ड्स में उस समय खेल को अलग स्तर पर ले गए जब उनके ऊपर सारा दबाव था। अब तक उन्होंने 99 टेस्ट में जो किया वह असाधारण है।
स्टोक्स की टीम प्रबंधन की नीति सबसे अलग: पोप
पोप ने कहा कि स्टोक्स के करियर में भी उतार-चढ़ाव आए हैं लेकिन कप्तान बनने के बाद उन्होंने जो कुछ किया, वह अद्भुत है। उनकी टीम प्रबंधन की नीति सबसे अलग है। जब वह कप्तान बने तो मुझे स्पष्ट कर दिया था कि नंबर तीन पर मैं ही खेलूंगा। इससे मेरा मनोबल काफी बढ़ गया था। उनके पास टीम के साथ फिजियो और डॉक्टर से भी संवाद करने का समय होता है।