मुंबई । मुंबई से अहमदाबाद के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लि. यानी एनएचएसआरसीएल ने दिन रात एक किए हुए है। इसने 12 वें पुल का निर्माण पूरा कर लिया है, जिसकी लंबाई 120 मीटर है। इस परियोजना में इस तरह के कुल 20 पुल हैं।
तीन घंटे में पूरी होगी 508 किमी की दूरी
एनएचएसआरसीएल के अधिकारियों ने बताया, दोनों शहरों के बीच 508 किलोमीटर की दूरी बुलेट ट्रेन से तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी, जो अभी 6 से 8 घंटे में होती है। गुजरात के नवसारी जिले में खरेरा नदी पर पुल का निर्माण कार्य 29 अक्तूबर को पूरा किया गया। खरेरा अंबिका नदी की सहायक नदियों में से एक है, जो गुजरात और महाराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्र में वांसदा तालुका की पहाड़ियों से निकलती है। नदी वापी बुलेट ट्रेन स्टेशन से लगभग 45 किमी और बिलिमोरा स्टेशन से 6 किमी दूर स्थित है।
12 पुलों का निर्माण कार्य हुआ पूरा
गुजरात में 20 नदी पुलों में से 12 नदी पुल का निर्माण पूरा किया जा चुका है। अन्य पुल जो पूरे हो चुके हैं वे धाधर (वडोदरा जिले), मोहर और वात्रक (दोनों खेड़ा जिले में) नदियों पर हैं। बुलेट ट्रेन परियोजना गुजरात (352 किमी) और महाराष्ट्र (156 किमी) को कवर करती है। इसमें मुंबई, ठाणे, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद/नडियाद, अहमदाबाद और साबरमती में कुल 12 स्टेशन बनाने की योजना है।
समुद्र के अंदर सात किमी सुरंग से गुजरेगी ट्रेन
21 किमी लंबी सुरंग में से समुद्र के अंदर से गुजरने वाली 7 किमी सुरंग का काम भी शुरू हो गया है। एक सुरंग में बुलेट ट्रेन अप और डाउन दोनों ट्रैक को समायोजित करने के लिए 12.1 मीटर के व्यास के साथ समुद्र के नीचे सुरंग जमीन से लगभग 36 मीटर नीचे है। समुद्र के अंदर इतनी बड़ी व्यास वाली सुरंग का निर्माण भारत में पहली बार किया जा रहा है। इस साल 21 अक्तूबर तक परियोजना के लिए उपयोग की जाने वाली पूरी 1,389.5 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है।