प्रयागराज। मौनी अमावस्या का महास्नान बुधवार को है, लेकिन दो दिन पहले ही स्नान के लिए भारी भीड़ उमड़ी। मौनी अमावस्या के पहले ही अनुमान से ज्यादा भीड़ आ जाने के चलते प्रयागराज जंक्शन पर तय समय के पहले ही वनवे लागू कर दिया गया है।
स्टेशन वार यह की गई है व्यवस्था
प्रयागराज जंक्शन : प्रवेश केवल सिटी साइड (प्लेटफार्म नंबर-1 की ओर) से दिया जाएगा। निकासी सिविल लाइंस साइड की ओर से होगी। आरक्षित श्रेणी के यात्रियों को सिटी साइड स्थित गेट नंबर पांच से प्रवेश दिया जाएगा।
प्रयागराज छिवकी : प्रवेश प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग को जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से दिया जाएगा और निकास केवल जीईसी नैनी रोड (प्रथम प्रवेश द्वार) की ओर से दिया जाएगा। आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर दो से प्रवेश दिया जाएगा।
यात्रियों का क्रॉस मूवमेंट न हो इसके लिए यह व्यवस्था लागू की
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का क्रॉस मूवमेंट न हो इसके लिए यह व्यवस्था लागू की जा रही है। इसके अलावा जंक्शन, नैनी, छिवकी और सूबेदारगंज स्टेशनों से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लाल, नीले, हरे और पीले रंग का यात्री आश्रय स्थल बनाया गया है। कलर कोडिंग व्यवस्था से यात्रियों को आसानी से उचित प्लेटफार्म पर भेजा जा सकेगा।
यह व्यवस्था 31 जनवरी की रात 12 बजे तक लागू
प्रयागराज जंक्शन पर वनवे सोमवार से ही लागू हो गया। अब आधी रात के बाद प्रयागराज छिवकी, नैनी जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ, सूबेदारगंज, झूंसी और प्रयागराज रामबाग रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों को एक ओर से प्रवेश तो दूसरी ओर से निकास दिया जाएगा। इन सभी स्टेशनों पर यह व्यवस्था 31 जनवरी की रात 12 बजे तक लागू रहेगी। उधर, जंक्शन पर सिविल लाइंस साइड से यात्रियों का प्रवेश रोकने के लिए फायर ब्रिगेड चौराहे पर टिन शेड की दीवार भी बना दी गई है।
भीड़ बढ़ी तो पहले ही लागू हो गया वनवे
मौनी अमावस्या के पहले ही अनुमान से ज्यादा भीड़ आ जाने के चलते प्रयागराज जंक्शन पर तय समय के पहले ही वनवे लागू कर दिया गया है। यहां यात्रियों को सिटी साइड से प्रवेश और सिविल लाइंस साइड से निकास दिया जा रहा है। 31 जनवरी की रात 12 बजे तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। अगर भीड़ कम न हुई तो वनवे को बढ़ाया भी जा सकता है।
मौनी से पहले ही 15 करोड़ से अधिक लोग कर लेंगे स्नान
सरकार की ओर से महाकुंभ में 40 से 45 करोड़ लोगों के स्नान करने की उम्मीद है। यह आंकड़ा छूता भी दिख रहा है। मेला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही स्नानार्थियों की कुल संख्या 15 करोड़ को पार कर जाने की उम्मीद है। रविवार तक 13.21 करोड़ लोग स्नान कर चुके थे। सोमवार को भी एक करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया। मौनी अमावस्या से पहले मंगलवार को भी एक करोड़ से अधिक लोगों के स्नान की संभावना है। ऐसे में मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही स्नानार्थियों की कुल संख्या 15 करोड़ को पार कर जाने की उम्मीद है।
दो दिनों में तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
मौनी अमावस्या स्नान पर्व के पहले से ही स्नानार्थियों में उत्साह दिखने लगा। रविवार और सोमवार को तो जनसैलाब उमड़ा। प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार इन दो दिनों में करीब तीन करोड़ लोगों ने स्नान किया। इनमें से एक करोड़ 74 लाख श्रद्धालुओं ने रविवार को स्नान किया था। सोमवार को भी शाम छह बजे तक 1.18 लोगों ने स्नान कर लिया था। महाकुंभ में सोमवार चौथा दिन रहा जब एक दिन में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किया। मकर संक्रांति के दिन तो स्नानार्थियों का आंकड़ा साढ़े तीन करोड़ पार रहा।