नई दिल्ली। लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान में तपते पूरे उत्तर भारत को अब जल्द ही राहत मिलने लगेगी। 25 जून तक उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी। इस बार मानसून तय समय से चल रहा है।
फिलहाल, दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत को तर करते हुए मानसूनी बारिश महाराष्ट्र के दक्षिणी हिस्से को छू रही है। अगले सप्ताह तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और गुजरात में भी मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, फिलहाल अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी भारत, उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू चलने की संभावना है। इसके अलावा शुक्रवार के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि उत्तर-पश्चिम भारत में गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, आठ जून को महाराष्ट्र और कर्नाटक के तटीय इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली सहित एनसीआर में हल्की बारिश के साथ धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। साथ ही 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। एनसीआर में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है।
जलवायु परिवर्तन से बढ़ सकता है ओजोन का स्तर
जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते तापमान से 2050 तक जमीन पर ओजोन का स्तर बढ़ सकता है। अमेरिका की नॉर्थ कैरोलाइना स्टेट यूनिवर्सिटी में हुए एक नए शोध में यह खुलासा हुआ है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, हवा में बढ़ी हुई ओजोन हवा की गुणवत्ता को खराब कर सकती है।
इससे सीधे फेफड़ों पर असर पड़ सकता है और सांस की नली में सूजन हो सकती है। यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र और शोध के मुख्य लेखक जेम्स ईस्ट के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन कई पेचीदा कारकों के जरिए ओजोन निर्माण पर असर डालता है। उनका कहना है कि लेकिन प्रदूषित क्षेत्रों में गर्म तापमान ओजोन में बढ़ोतरी के साथ परस्पर तौर से जुड़ा हुआ है।