औरैया। औरैया जिले में दहेज एक्ट में दंपती के बीच मुकदमे बाजी का फायदा एक विवेचक दरोगा ने ऐसा उठाया कि तीन साल तक पीड़ित महिला का शारीरिक शोषण किया। दरोगा की पत्नी को जब इसकी भनक पड़ी तो विवाद हुआ।
पीड़िता पुलिस अधीक्षक चारू निगम से फरियाद लेकर पहुंची।
यहां से जारी हुए आदेश के बाद दरोगा समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। आरोपी दरोगा को न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेजा गया। पीड़ित महिला ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उसकी शादी वर्ष 2018 में हुई। दहेज के लिए ससुरालीजनों की ओर से प्रताड़ित करने का मुकदमा दर्ज कराया।
मामले में विवेचक दरोगा मुकेश कुमार ने पहले पीड़िता को विश्वास में लिया। पति को छोड़ देने के बाद ससुरालीजनों के खिलाफ चार्जशीट लगाने का आश्वासन दिया। बयान दर्ज कराने के बहाने कमरे पर बुलाया। जहां वर्ष 2020 से शारीरिक शोषण करने का सिलसिला शुरू हुआ।
दो लाख रुपये देकर स्वयं से दूर होने की बात कही
पीड़िता का आरोप है कि जहां जिस चौकी थाना में दरोगा का तबादला होता वह उसे वहां बुलाता। 11 अगस्त को दरोगा की पत्नी राजकुमारी उसके पार्लर पर आई। चार से पांच लोग भी साथ थे। आरोप है कि उक्त लोगों ने उसके साथ मारपीट की। दरोगा मुकेश ने उसे दो लाख रुपये देने की बात कहते हुए स्वयं से दूर होने की बात कही।
नाबालिग पुत्र के साथ रह रही है पीड़िता
साथ ही जान से मरवाने की धमकी भी दी। पीड़िता ने बताया कि इसमें दरोगा का साला पंकज, विजय निवासी गढि़या टूंडला, मुकेश का भाई राहुल, बहनोई किशनवीर भी शामिल रहे। पीड़िता अपने नाबालिग पुत्र के साथ फिलहाल रह रही है।
छह नामजद व पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा
सीओ सदर महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी दरोगा को न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेजा गया है। पीड़िता की तहरीर पर दरोगा मुकेश कुमार समेत छह नामजद में उसकी पत्नी राजकुमारी, पंकज, विजय, राहुल, किशनवीर व पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
दरोगा को नहीं लगी भनक, थाना बुलाकर हो गई गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक चारू निगम की कार्यशैली को महकमे के अधिकारी व कर्मचारी भी समझ नहीं पा रहे हैं। मामले में जहां पीड़िता ने एसपी से गुहार लगाई। वहीं पूरे मामले को दिबियापुर थानाध्यक्ष मुकेश बाबू चौहान तक सीमित रखा गया।
पीड़िता पहले ही एसपी से मिल चुकी थी
आरोपी दरोगा मुकेश कुमार को इसकी भनक तक नहीं लगने दी गई कि पीड़िता एसपी से मिल चुकी है। शांतिपूर्ण ढंग से विभागीय कार्य के तहत दरोगा को थाना बुलाया गया। आते ही अन्य पुलिस कर्मियों ने आरोपी दरोगा मुकेश कुमार को धर दबोचा।