श्योपुर। अयोध्या में श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद कूनो में भी नन्हे मेहमान आने की खुशी है। कूनो नेशऩल पार्क में मंगलवार को तीन नए चीता शावकों का जन्म हुआ है। मादा चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है। तीनों शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं।
इससे पहले भी ज्वाला चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था। जिसमें से तीन शावकों की मौत हो चुकी है।
अब कूनो में 10 वयस्क और सात शावक चीते
कूनो नेशऩल पार्क में मंगलवार को चीता शावकों के जन्म के बाद चीतों की तादाद बढ़कर 17 हो गई है। इसमें सात शावक भी शामिल है। करीब एक महीने पहले ही नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। इससे पहले मार्च 2023 में भी मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। उनमें से तीन की मौत कुछ ही महीनों में हो गई थी।
कूनो नेशनल पार्क से काफी दिनों बाद बड़ी खुशखबरी सामने आई है। यहां अफ्रीकी देश नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने तीन शावकों को जन्म दिया है। फिलहाल इन शावकों को बड़े बाड़े में रखा गया है, जहां डॉक्टर उनकी निगरानी कर रहे हैं। खुद केंद्रीय वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया- जंगल में शावकों की आवाज गूंजी।
सभी को दी शुभकामनाएं
यह जानकारी साझा कर खुशी हो रही है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान तीन नए सदस्यों का स्वागत कर रहा है। शावकों को नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने जन्म दिया है। यादव ने आगे लिखा है-परियोजना से जुड़े सभी विशेषज्ञों, कूनों राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों और पूरे देश के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से शुभकामनाएं।
बता दें कि इससे पहले इसी साल मार्च में मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन एक ही शावक जिंदा बच पाया। ज्वाला को पहले शियाया के नाम से जाना जाता था बाद में ज्वाला रखा गया था। ज्वाला को भी नामीबिया से लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाया गया था।तब कूनो प्रबंधन ने शावकों की मौत की वजह भीषण गर्मी को बताया था।