नई दिल्ली। किसानों का वर्ष 2020 जैसा आंदोलन खड़ा करने के इनपुट मिलने के बाद दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। पूरी दिल्ली में धारा-144 लागू कर दी गई है। पंजाब-हरियाणा से 20 से 25 हजार किसान ढाई से तीन हजार ट्रैक्टर लेकर दिल्ली आ सकते हैं।
किसान सोमवार से दिल्ली पहुंचने शुरू हो जाएंगे। किसानों ने ऐलान किया है कि वह जंतर-मंतर व संसद भवन के सामने जाकर प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली पुलिस का कहना है कि हंगामा करने वाले किसानों को तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था, जोन-दो) रविंदर सिंह यादव ने बताया कि दिल्ली वासियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसे देखते हुए किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने हरियाणा को ज्यादा फोर्स दी है। दिल्ली को कम फोर्स दी गई है। दिल्ली को 60 से ज्यादा कंपनियां दी गई हैं। हरियाणा को अतिरिक्त फोर्स की 200 से ज्यादा कंपनियां दी गई हैं। ज्यादा किसानों के आने की संभावना को देखते हुए पुलिस के सभी ऑफिस में तैनात स्टाफ को भी सुरक्षा में तैनात किया जाएगा।
पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने दिए आदेश...
सभी थानाध्यक्षों को पुलिसकर्मियों को छुट्टी रद्द कर ड्यूटी पर बुलाने के आदेश
एंटी राइट्स उपकरण तैयार रखने के लिए कहा गया
हर पुलिस स्टेशन में 5-6 टायर किलर रखने होंगे
थाना इलाके में बॉर्डर पिकेट लगानी होगी
शांति भंग करने वाले को तुरंत गिरफ्तार होंगे
पुलिस कार्यालय में तैनात स्टाफ तैयार रहे
रस्सी व लाठियां तैयार रखने के आदेश
लापरवाही बरतने वाले अधिकारी व कर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाई
किसानों को चेतावनी- दिल्ली कूच में शामिल हुए तो पासपोर्ट नहीं बनेगा
हांसी (हिसार) में भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान कुलदीप खरड़ ने बताया कि दोपहर 12 बजे पुलिस उनके आवास पर पहुंची। करीब तीन बजे तक पुलिस रही। इस दौरान उनके आवास पर किसानों की बैठक चल रही थी। पुलिस ने उन्हें कहा कि अगर वह दिल्ली कूच में शामिल हुए तो उनका पासपोर्ट नहीं बनेगा। न ही परिवार में किसी की सरकारी नौकरी लगेगी। इसके साथ संपत्ति कुर्क करने की चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि वह पुलिस प्रशासन के चेतावनी से नहीं डरेंगे। किसानों के दिल्ली कूच में पूरा सहयोग करेंगे।
बोले- हाईवे रोके तो गांवों से निकालेंगे जत्थे
कुलदीप ने बताया कि उनके आवास पर हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि पंजाब से आने वाले किसानों के लिए खाने, पीने व रहने की व्यवस्था की जाएगी। किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। अगर हाईवे पर किसानों के जत्थे को रोका गया तो गांवों के लिंक रोड से जत्थों को निकालेंगे। सरकार इस प्रकार किसानों की आवाज नहीं दबा सकती। हिसार के किसान हर हाल में पंजाब के किसानों का साथ देंगे।