अंबाला । किसान आंदोलन में भाग लेने वाले आंदोलनकारियों को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। इसे लेकर प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क किया जा रहा है। वहीं किसान आंदोलन के दौरान प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरों के जरिए वीडियोग्राफी करवाई जाएगी और आंदोलनकारियों की पहचान की जाएगी।
सरकार के आदेशों की अवहेलना करने वाले आंदोलनकारियों के पासपोर्टों को रद्द करवाया जायेगा। इसके अलावा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी जाएगी।
हरियाणा पुलिस एक्ट 2007 की धारा 69 के तहत सड़क या किसी भी सार्वजनिक स्थान पर सभा बुलाने, आंदोलन के लिए संबंधित पुलिस थाना को लिखित में सूचना देनी होगी। पुलिस अधिकारी के कानूनी तौर पर संतुष्ट होने पर ही किसी सभा या जूलुस की अनुमति दी जायेगी। यदि किसी सभा ,जुलुस,आंदोलन से शांति भंग होन की संभावना है, तो लोकहित के लिए पुलिस अधिकारी उक्त सभा ,जूलुस,आंदोलन पर रोक लगा सकता है।
किराये, भाईचारे में न दे वाहन, होगी कार्रवाई : एसपी
13 फरवरी होने वाले किसान आंदोलन के लिए अंबाला पुलिस मुस्तैद है। इसके लिए एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि कुछ किसानों की ओर से किसान आंदोलन में भाग लिया जा सकता है।
इसके लिए ट्रांसर्पोटर, यूनियन और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। बताया कि किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए वाहनों को किराये या भाईचारे में न दें अन्यथा उसके वाहन को इंपाउंड करके अपंजीकृत कर दिया जाएगा। अवहेलना करने के जुर्म में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
किसान आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों की ओर से ट्रक, ट्राले, बस, भारी कंटेनर, जेसीबी मशीन, हाइड्रा मशीन, रोड रोलर, पोपीलेन मशीन और अन्य किसी भी भारी वाहन का प्रयोग किया जाता है तो उस वाहन को भी इंपाउंड करके अपंजीकृत कर दिया जाएगा।
कैथल में भी पंजाब से सटे बॉर्डर होंगे सील
कैथल जिला भी पटियाला जिले से सटा है। इसमें गुहला-चीका क्षेत्र समाना व पटियाला तो संगतपुरा क्षेत्र खनौरी बॉर्डर से लगता है। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने किसानों के दिल्ली कूच करने से रोकने के लिए तैयारी कर ली है। गुहला के डीएसपी कुलदीप बैनीवाल ने बताया कि अब तक उनके पास बॉर्डर सील करने के आदेश तो नहीं हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर वे अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे। एसपी उपासना ने कुछ दिन पहले ही गुहला क्षेत्र में पंजाब बॉर्डर का दौरा कर पटियाला के जिला प्रशासन से भी बातचीत की है। यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने बताया कि भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है। भाकियू के प्रमुख नेताओं पर नजर रखी जा रही है। करनाल और कुरुक्षेत्र पुलिस के अनुसार किसान आंदोलन को लेकर व्यवस्था बनाए रखने के लिए रूप रेखा तैयार की जा रही है।