शिमला । हिमाचल प्रदेश के मध्य व उच्च पर्वतीय कई भागों में दो दिन बारिश-बर्फबारी की संभावना है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में 14 जनवरी तक कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 16 व 17 जनवरी को प्रदेश के मध्य व उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है।
आज भी उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों पर बारिश-बर्फबारी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव आने की संभावना है। उधर, आगामी दो दिनों के दौरान सुबह के समय मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा (नूरपुर), सिरमौर (पांवटा साहिब-धौलाकुआं) और सोलन (बद्दी- नालागढ़) के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। शुक्रवार सुबह भी कई क्षेत्रों में कोहरे की वजह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।
ऊना में रिकॉर्ड हुआ सबसे ठंडा दिन और रात
वहीं, इस वर्ष की सर्दियों के मौसम में बुधवार रात और गुरुवार का दिन ऊना में सबसे ठंडा दर्ज हुआ। गुरुवार को ऊना में अधिकतम पारा 10 डिग्री और बुधवार रात को न्यूनतम तापमान दो डिग्री दर्ज हुआ। जिला में घना कोहरा पड़ने से मौसम में ठंडक बढ़ गई है। विजिबिलिटी कम होने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। सुबह और शाम के समय जिला में लोग भी घरों से बाहर कम ही निकल रहे हैं।
प्रमुख स्थानों का न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 9.0, सुंदरनगर -0.3, भुंतर -0.4, कल्पा 1.2, धर्मशाला 5.2, ऊना 0.2, नाहन 4.3, पालमपुर 3.0, सोलन 1.8, मनाली 1.2, कांगड़ा 3.3, मंडी -0.4, चंबा 2.9, डलहौजी 6.4, जुब्बड़हट्टी 7.9, कुफरी 8.1, कुकुमसेरी -8.9, नारकंडा 5.0, भरमौर 6.3, रिकांगपिओ 3.2, सेऊबाग 0.6, धौलाकुआं 6.3, बरठीं 1.2, समदो -5.1, पांवटा साहिब 8.0, सराहन 5.5 और देहरा गोपीपुर में 6.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
ऊना में शीतलहर, कोहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त
ऊना जिले में शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी है। कोहरे की मार ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है। सर्द हवाओं के बीच लोहड़ी से एक दिन पहले शुक्रवार को बेहद कम लोग बाजार में खरीदारी करने पहुंचे। हालांकि, मूंगफली की थोक की दुकानों पर लोग खरीदारी करते नजर आए। सुबह व शाम के साथ अब दोपहर के समय भी लोग शीतलहर से जूझ रहे हैं। खासकर दोपहिया वाहन चालकों को आवाजाही में खासी परेशानी हो रही है। दुकानदार व अन्य कार्यस्थलों पर लोग हीटर व आग जलाकर सर्दी से बचने का रास्ता ढूंढ रहे हैं। गुरुवार की तरह शुक्रवार सुबह की शुरुआत भी घनी धुंध के साथ हुई। हालांकि, लोगों की उम्मीद थी कि दोपहर तक धूप खिलेगी और सर्दी से राहत मिलेगी। लेकिन कुछ क्षण के लिए खिली हल्की धूप के बाद सूर्यदेव नजरों से ओझल हो गए और पूरा क्षेत्र दोबारा सर्दी की जकड़ में आ गया। उधर, सर्दी के बीच शहर में कश्मीरी कांगड़ी की जमकर बिक्री हो रही है। इसकी कीमत 300 रुपये के आसपास है और सर्दी से बचाव के लिए लोग इसे बेहद कारगर मान रहे हैं।