चंडीगढ़ । फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और कर्जमाफी समेत 12 मांगों को लेकर दिल्ली कूच को आमादा किसान आज हरियाणा बॉर्डर पर शांत बैठे रहे। हालांकि, बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों और सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण तनाव की स्थिति बनी रही।
शंभू और दातासिंह वाला-खनौरी बाॅर्डर पर किसानों ने दिल्ली कूच के लिए मोर्चा संभाले रखा, लेकिन आगे बढ़ने का प्रयास नहीं किया। वहीं, वीरवार को भारतीय किसान यूनियन उगराहां से जुड़े किसान पंजाब भर में दोपहर 12 बजे से चार बजे तक रेल ट्रैक पर बैठ गए। इससे ट्रेनों की आवाजाही बड़े स्तर पर प्रभावित हुईं।
रेल डिवीजन फिरोजपुर के रेल मंडल प्रबंधक संजय साहू ने बताया कि किसान आंदोलन के चलते डिवीजन में चार ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं, जबकि सात ट्रेनें शाॅर्ट टर्मिनेटेड, पांच शॉर्ट ओरिजिनेट, पांच ट्रेनें पुनर्निधारित व 12 के रूट बदलें गए। किसानों के इस विरोध के कारण सड़क व रेल मार्ग अवरुद्ध होने के बाद फ्लाइट्स के दाम सात गुना तक बढ़ गए हैं।
दिल्ली से आ रही दिल्ली-अमृतसर शताब्दी को ढिल्लवां में रोक दिया गया है। इसके पीछे आ रही शान-ए-पंजाब को ब्यास में शॉर्ट टर्मिनेट यानी आधे रास्ते का सफर बंद करना पड़ा।
इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने सुबह 11 से 2 बजे तक पंजाब के सारे टोल प्लाजा फ्री कर दिए। यहां से गुजरने वाले वाहनों से टोल वसूली नहीं होने दी गई।
इस बीच पंजाब के एडीजीपी जसकरण सिंह शंभू बॉर्डर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पब्लिक इमरजेंसी व पब्लिक सेफ्टी रूल्स 2017 का हवाला देते हुए हरियाणा बॉर्डर से लगते तीन जिलों पटियाला, फतेहगढ़ साहिब और संगरूर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
तीनों जिलों में शुक्रवार देर रात 12.59 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। पंजाब सरकार ने आपत्ति दर्ज कराते हुए इन्हें बहाल करने की अपील की है। वहीं, हरियाणा के सात जिलों में भी इंटरनेट पाबंदी बढ़ गई है। इस सारे घटनाक्रम के बीच किसान संगठनों ने शुक्रवार को भारत बंद की अपील भी की है।