नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर शुक्रवार से हिंद महासागर पर शुरू होने वाले दो दिनी सम्मेलन में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर जाएंगे। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब चीन, हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
हिंद महासागर सम्मेलन क्षेत्र के देशों के लिए प्रमुख परामर्शदात्री मंच है। जयशंकर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और उनके सिंगापुर के समकक्ष विवियन बालाकृष्णन के साथ सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे।
नामीबियाई उच्चायोग भी गए
जयशंकर ने भारत में नामीबिया के उच्चायोग का दौरा कर वहां के राष्ट्रपति हेज गेनगॉब के निधन पर शोक जताया। विदेश मंत्री ने कहा, गेनगॉब का निधन बहुत बड़ी क्षति है। हम अपने संबंधों के विकास पर उनके दृष्टिकोण और नेतृत्व के लिए हमेशा आभारी रहेंगे।
सम्मेलन की अहम भूमिका
2016 में सिंगापुर में शुरुआत के बाद से हिंद महासागर सम्मेलन की भूमिका बढ़ी है। इसके तहत सभी के लिए सुरक्षा-विकास पहल पर चर्चाएं हुई हैं। इसमें क्षेत्रीय सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श अहम है।