शामली। दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण कार्य कई जगह अधर में लटका होने के कारण अपने निर्धारित समय 31 अगस्त 2024 तक पूरा नहीं हो पाएगा। हालांकि एक साल बाद कॉरिडोर पर दिल्ली से लेकर देहरादून तक वाहन दौड़ सकेंगे। जिसकी तैयारी विभागीय अधिकारियों ने कर ली है।
निर्माण पूरा होने के बाद दिल्ली से देहरादून का सफर छह घंटे नहीं, सिर्फ ढाई घंटे का हो जाएगा। दिल्ली- देहरादून इकॉनमिक कॉरिडोर तीन राज्य दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, हरिद्वार और देहरादून तक प्रस्तावित है। बागपत से लेकर सहारनपुर जिले तक चार फेस में इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण तेजी से चल रहा है।
राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण बागपत इकाई की ओर से एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए लक्ष्य 31 अगस्त 2024 का समय निर्धारित किया गया है। लक्ष्य तक काम पूरा होना संभव नहीं है। फेस दो और चतुर्थ में ज्यादातर कार्य अधर में लटका है। शामली जिले में काॅरिडोर का बुटराड़ा गांव में बिजलीघर की भूमि शिफ्टिंग न होने और निर्माण एजेंसी को एक्सप्रेसवे की भूमि हस्तांतरित नहीं हो पाई है।
वर्तमान में दिल्ली से देहरादून की दूरी या करीब 235 किमी है, जो एक्सप्रेस-वे बनने की के बाद घटकर 210 रह जाएगी। दिल्ली-देहरादून-सहारनपुर एक्सप्रेसवे को 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार के लिए ने डिजाइन किया गया है।