नई दिल्ली । दिल्ली में पहली बार नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र के अलावा डीडीए के पार्कों को ट्यूलिप के फूलों से सजाया जाएगा। इस बार पिछले साल लगाए गए 1.5 लाख पौधे की तुलना में दोगुने ट्यूलिप लगाए जाएंगे।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर 3 लाख ट्यूलिप के पौधे मंगाए गए हैं। इनमें एक लाख पौधे डीडीए ने और दो लाख पौधे एनडीएमसी ने मंगाए हैं। राज निवास में भी पहली बार 500 ट्यूलिप बल्ब लगाए गए हैं। इस बारे में अधिकारी ने बताया कि दिल्ली को फूलों का शहर बनाने की दिशा में काम करते हुए ट्यूलिप के पीले, संतरी, बैंगनी, नीले, गुलाबी और लाल रंग के फूल और सर्दी के मौसम में खिलने वाले दूसरे फूल मंगाए हैं। इन अन्य फूल में पेटुनिया, साल्विया, सिनेरेरिया, एंटिरहिनम, पॉपी, वर्बेना, डायन्थस, हॉलीहॉक, नास्टर्टियम, कोरोप्सिस, पैंसी, लियानम शामिल हैं। ट्यूलिप के पौधे दिल्ली में 65 स्थानों पर लगाए जाएंगे और दूसरे सर्दी में खिलने वाले फूल राजधानी के 91 स्थानों पर लगाए जाएंगे।
इन जगहों पर लगाए जाएंगे
शांति पथ के डिप्लोमेटिक एरिया, तालकटोरा गार्डन, विंडसर प्लेस, सेंट्रल पार्क (कनॉट प्लेस), मंडी हाउस, अकबर रोड, चाणक्यपुरी, लोधी गार्डन और नेहरू पार्क, राम मनोहर लोहिया अस्पताल के गोल चक्कर सहित अन्य जगहों पर।
एनडीएमसी ने बनाई यूनिट
उपराज्यपाल के निर्देश पर एनडीएमसी ने लोदी गार्डन में विदेशी फूलों की एक यूनिट स्थापित की है। एनडीएमसी के अनुसार इस साल करीब 54 हजार आयातित ट्यूलिप बल्बों की कटाई की गई है। इनमें से 52 हजार को शोध के लिए पालमपुर में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-हिमालयन बायोरिसोर्स टेक्नोलॉजी संस्थान को भेजा गया है। लोदी गार्डन स्थित इकाई के दो कक्षों में फिलहाल दो हजार ट्यूलिप के बल्ब मौजूद हैं।
बढ़ाए जाएंगे स्वदेशी पौधे
एलजी ने स्वदेशी पौधे को बढ़ावा देने के लिए इन्हें विदेश से मंगवाने की जगह अपने देश के राज्याें से मंगवाने का निर्देश दिया है। साथ ही एलजी ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) और एनडीएमसी व अन्य एजेंसियों को अपनी नर्सरी में 10-12 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान के बीच राजधानी में ही ट्यूलिप के पौधों और बल्बों को उगाने का प्रयास करने को कहा है। उन्होंने विभिन्न एजेंसियों से आगामी सीजन में डैफोडिल्स की सोर्सिंग और रोपण की संभावना तलाशने को कहा था।