नई दिल्ली। तिहाड़ जेल में बंद भारतीय मूल के जर्मन नागरिक की डीडीयू अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने का मामला सामने आया है। मृतक की शिनाख्त अशोक कुमार (77) के रूप में हुई है। इंटरपोल की सूचना के बाद 14 अगस्त को सीबीआई की टीम ने अशोक कुमार को आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था।
आरोपी की तलाशी लेने पर दो सॉफ्ट टॉय से 270 कैप्सूल बरामद हुए थे। इन कैप्सूल के अंदर करीब छह किलोग्राम कोकीन छिपाकर अशोक कुमार दोहा से दिल्ली लाया था। पांच दिन की रिमांड के बाद अशोक को तिहाड़ जेल शिफ्ट कर दिया था। वहां 14 अगस्त को तबीयत बिगड़ने पर उनको डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इलाज के दौरान 27 अगस्त को उनकी मौत हो गई। अशोक के परिजनों ने भारत आने से मना कर दिया है। वहीं अमेरिका में मौजूद अशोक कुमार के भाई ने उनकी मौत पर संदेह जताया है। फिलहाल दिल्ली पुलिस पोस्टमार्टम करवाने के लिए जर्मन दूतावास या उनके परिवार की सहमति का इंतजार कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 26 जुलाई को अशोक कुमार इंडिको की फ्लाई से दोहा से भारत आए थे। इंटरपोल ने सीबीआई को सूचना दी थी कि अशोक कुमार कोकीन लेकर भारत आए हैं। खबर मिलने के बाद एयरपोर्ट पर जांच के बाद उनको गिरफ्तार कर छह किलो कोकीन बरामद कर ली गई।
बाद में उनको तिहाड़ जेल नंबर-4 में शिफ्ट कर दिया गया। इस बीच 14 अगस्त को अशोक कुमार ने बेचैनी की शिकायत की। जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान 27 अगस्त को इलाज के दौरान अशोक कुमार की मौत हो गई। पुलिस ने औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अशोक कुमार के परिजनों ने भारत आने से इंकार कर दिया है। वहीं अमेरिका में मौजूद भाई ने उनकी मौत पर संदेह जताया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही अशोक कुमार की मौत की सही वजहों का पता चल पाएगा। फिलहाल उनका शव मोर्चरी में सुरक्षित रखा है।