नई दिल्ली। अनीस अहमद ने वीजा कार्य के लिए अभय सिंह नाम के एक व्यक्ति से 29 हजार रुपये मांगे थे। लेकिन शिकायत पर जब सीबीआई टीम जब वहां पहुंची तो आरोपी को इसकी भनक लग गई। वह थाने के दूसरे रास्ते से भाग निकला।
दिल्ली पुलिस के एसआई अनिल खटाना पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। सीबीआई ने आरोपी एसआई को रंगे हाथ पकड़ने के लिए रेड डाली, मगर वह बच निकला। लाहौरी गेट थाने में तैनात एसआई अनिल, रिश्वत के पैसे लेकर भाग गया है। वह अभी तक हाथ नहीं आया है। यह घटना पिछले सप्ताह की बताई जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि आरोपी एसआई, राजस्थान सरकार में एक प्रभावी मंत्री का रिश्तेदार है। सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के एसआई के खिलाफ सैय्यद अनीस अहमद की शिकायत पर भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। शिकायत के मुताबिक, अनीस अहमद, लोगों को विदेश भिजवाने में मदद करता है। विदेश यात्रा के लिए जरुरी कई तरह के दस्तावेज तैयार करता है।
अनीस अहमद ने वीजा कार्य के लिए अभय सिंह नाम के एक व्यक्ति से 29 हजार रुपये मांगे थे। अभय सिंह ने वह राशि, अहमद के खाते में डाल दी। किसी दूसरे काम में व्यस्त होने के कारण अहमद, वीजा संबंधी काम पूरा नहीं कर सका। इस बाबत अहमद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दे दी गई। जनवरी के आखिरी सप्ताह में एसआई अनिल खटाना अपने सहयोगी को साथ लेकर अनीस अहमद को पकड़ने के लिए गए। उसे फतेहपुरी पुलिस चौकी में ले जाया गया। अनीस को बताया गया कि वह मामले को रफा दफा करना चाहता है तो दो लाख रुपये दे दे। एसआई ने यह भी कहा कि वह अभय सिंह के खाते में 29 हजार रुपये वापस डाल दे।
अगर वह ऐसा नहीं करता है कि उसे और उसके बेटे को जेल में डाल दिया जाएगा। अहमद, आरोपी एसआई को 70 हजार रुपए की रिश्वत देने तैयार हो गया। साथ ही उसने यह बात सीबीआई को बता दी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बुना। 29 जनवरी को अनीस के बेटे ऊजेर ने थाने में रिश्वत की राशि की पहली किस्त बतौर 10 हजार रुपए एसआई अनिल खटाना को दी। एसआई ने बाकी रकम देने का समय तय कर दिया। इस बीच सीबीआई को सूचना दे दी गई। सीबीआई टीम जब वहां पहुंची तो आरोपी को इसकी भनक लग गई। वह थाने के दूसरे रास्ते से भाग निकला।