नई दिल्ली। सफाई कर्मचारियों ने नियमितीकरण समेत अन्य मांगों को लेकर सिविक सेंटर पर एक दिवसीय धरना दिया। आक्रोशित कर्मचारियों ने निगम आयुक्त और मेयर को हफ्ते भर का समय देते हुए कहा कि यदि इनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वह 27 फरवरी से काम बंद कर हड़ताल करेंगे।
धरने में निगम के 12 जोनों से हजारों सफाई कर्मचारी व निगम में नेता विपक्ष पूर्व मेयर राजा इकबाल सिंह भाजपा पार्षदों के साथ उपस्थित रहे। वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली ने भी कांग्रेस पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ हिस्सा लिया।
सफाई कर्मचारियों ने कहा, पिछले करीब 28 साल से ठेके पर काम कर रहे सफाई कर्मियों को नियमित किया जाए। 2003-04 में नियमित कर्मियों के एरियर का एकमुश्त भुगतान हो। इन्हें मेडिकल कैशलैस कार्ड की सुविधा मिले। सफाई कर्मियों की भर्ती हो। दिल्ली नगर निगम सफाई कर्मचारी कोर कमेटी के चेयरमैन राजकुमार धींगान ने कहा कि निगम में करीब 83 हजार सफाई कर्मी हैं, इनमें से करीब 50 हजार कर्मी नियमित होने हैं। 1998 से सफाई कर्मियों की भर्ती नहीं हुई। कॉलोनियों की संख्या और दिल्ली की आबादी कई गुना बढ़ गई। यदि हफ्ते भर में इनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ तो दिल्ली में कूड़ा नहीं उठेगा।
डिप्टी चेयरमैन रणवीर सिंह चावरिया ने कहा, सफाई कर्मियों के लिए ग्लब्स, जूते और मास्क नहीं हैं। औजार और वर्दी का फंड पता नहीं कहां जा रहा। 2017 से वर्दी का पैसा नहीं मिला। तनूजा कल्याणी ने कहा, स्वास्थ्य विभाग में 1988 में लगे अस्थायी सफाई कर्मियों को नियमित नहीं किया। सूबे सिंह ने कहा सामुदायिक सेवा विभाग में सफाई कर्मियों ने 500-500 रुपये चंदा लगाकर लैपटॉप और प्रिंटर खरीदे हैं। निगम से इन्हें कोई सुविधा नहीं मिल रही।
आप सरकार कर्मचारी विरोधी-इकबाल सिंह
निगम में नेता विपक्ष व पूर्व मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा, एक तरफ मेयर दिल्ली में साफ सफाई का जायजा लेने के लिए दौरे कर रहीं, दूसरी तरफ निगम के सफाई कर्मचारी अपने शोषण के खिलाफ आवाज उठाते हुए धरना दे रहे हैं। शुरू से ही आप सरकार की कार्यप्रणाली कर्मचारी विरोधी रही है। आप पार्टी पिछले दरवाजे से निगम में ठेकेदारी प्रथा को लाकर अपने चहेते ठेकेदारों को अनुचित लाभ दिलाना चाह रही है।
हड़ताल के लिए दिल्ली-केंद्र सरकार होंगी जिम्मेदार : लवली
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली ने कहा, सत्ताधारी दल निगम में अस्थाई कर्मचारियों को पक्का करने के वादे के साथ सत्ता में आए। सफाई कर्मचारियों को पक्का नहीं किया। दिल्ली सरकार ने डीटीसी कर्मचारी, जल बोर्ड, होमगार्ड, सिविल डिफेंस, शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को भी इसलिए पक्का नही किया, क्योंकि इनको पूरा वेतन और भत्ते देने पड़ेंगे। उन्होंने कहा, दिल्ली में सफाई कर्मियों ने यदि काम बंद हड़ताल की तो इसके लिए निगम, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार जिम्मेदार होंगी। इस दौरान निगम में कांग्रेस दल की नेता नाजिया दानिश, पूर्व विधायक जय किशन, अमरीश सिंह गौतम, चरण सिंह कंडेरा, वीर सिंह धींगान इत्यादि मौजूद थे।
पुरानी गंदगी को 50 दिन में करेंगे साफ - मेयर
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक के साथ चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में मैराथन निरीक्षण अभियान की शुरुआत की। पहले दिन करीब 20 किमी पैदल चलकर सफाई व्यवस्था सहित अन्य नागरिक सुविधाओं का जायजा लिया। इस बीच मेयर ने कहा मार्च के पहले सप्ताह तक मैराथन निरीक्षण अभियान चलेगा। करीब 50 दिनों के भीतर 100 फीसदी पुरानी गंदगी को खत्म किया जाएगा। मेयर ने लोगों से इस मुहिम में जुड़ने की अपील की। इस दौरान सिटी एसपी जोन में 12 कूडा पॉइंट खत्म किए। दुर्गेश पाठक ने कहा, प्रतिदिन 20-25 किलोमीटर का सफर तय करेंगे और दिल्ली को साफ-सुथरा बनाएंगे।