नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने रेलवे को दिव्यांगजनों के लिए सुविधाजनक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सरकार ने ड्राफ्ट गाइडलाइंस जारी की हैं। इन गाइडलाइंस में बताया गया है कि कैसे रेलवे स्टेशनों और रेलों को दिव्यांग लोगों के लिए ज्यादा सुविधाजनक बनाया जाए।
इनमें एकीकृत तकनीक से लैस फीचर जैसे टेक्स्ट टू स्पीच और लोगों की सुविधा के लिए स्टेशन और ट्रेनों में मौजूद संकेतकों में बदलाव शामिल है।
सरकार ने लोगों से मांगे सुझाव
केंद्र सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने इन गाइडलाइंस को जारी करते हुए सभी हितधारकों और जनता से भी सुझाव मांगे हैं। लोग 29 जनवरी तक अपने सुझाव दे सकते हैं। जरूरी सुझावों को गाइडलाइंस में जगह दी जाएगी। प्रस्तावित गाइडलाइंस में दिव्यांगजनों के लिए एक समर्पित वेबसाइट बनाने, यूजर फ्रेंडली संकेतक, एक मोबाइल एप जैसी कई अन्य सुविधाएं देने पर विचार किया जा रहा है। साथ ही स्टेशनों और ट्रेनों में डिजिटल डिस्पले पर साइन लैंग्वेज के संकेतों को दिखाने, ब्रेल लिपि में बोर्ड बनाने और फ्रंटलाइन स्टाफ को साइन लैंग्वेज का एक्सपर्ट बनाने जैसी गाइडलाइंस शामिल हैं।
रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में हो सकते हैं ये बदलाव
साथ ही रेलवे के प्रवेश और निकास द्वार, रैंप और हैंडरेल को भी दिव्यांगजनों के लिए सुविधाजनक बनाने की तैयारी है। टिकट काउंटर्स की ऊंचाई कम करने के निर्देश भी गाइडलाइंस में हैं। साथ ही शौचालयों, पीने के पानी के बूथ और पैदल पथ पुलों को भी दिव्यांगजनों के लिए सुविधाजनक बनाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इन सुविधाओं की समीक्षा के लिए समितियां बनाई जाएंगी, जो लगातार सुविधाओं पर नजर रखेंगी। शिकायतें दर्ज करने की व्यवस्था भी बनाई जाएगी ताकि लोग समय-समय पर अपने सुझाव और शिकायतें देते रहें।