नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव प्रचार पीक पर पहुंच गया है। तपती गर्मी में प्रत्याशियों के रिश्तेदार उन्हें संसद पहुंचाने के लिए खूब पसीना बहा रहे है। यूं कहें कि वे प्रत्याशियों के लिए सारथी की भूमिका में है। किसी प्रत्याशी के पिता चुनावी कमान संभाले हुए हैं तो किसी के बेटी-दामाद।
प्रत्याशियों की पत्नी भी संबल बनी हुई हैं तो बेटा भी खूब पसीना बहा रहा है।
लोकसभा चुनाव प्रचार अपने शबाब पर है। दिल्ली में सात लोकसभा सीट के लिए 25 मई को मतदान होना है। ऐसे में प्रत्याशी सुबह से देर रात तक वोट मांगने के लिए जनसभा, पदयात्रा, रोड शो कर रहे हैं। सत्ता के इस संग्राम में उनके रिश्तेदार भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। कार्यक्रमों के साथ-साथ वह रोड शो और घर घर जा कर वोट डालने की अपील करने में भी पीछे नहीं है। नई दिल्ली लोकसभा सीट की बात करें तो बांसुरी स्वराज को जीत दिलाने के लिए उनके पिता कौशल स्वराज तो मुख्य भूमिका में है ही साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की पूरी टीम इस मुहिम में जुटी है। तुगलक रोड से ही वॉर रूम भी संचालित हो रहा है। इस सीट से आप प्रत्याशी सोमनाथ भारती की पत्नी लिपिका भारती सहारा बनी हैं।
उधर, पश्चिमी दिल्ली के इंड गठबंधन के प्रत्याशी महाबल मिश्रा की बात करें तो उनका पूरा परिवार प्रचार अभियान में जुटा है। खासकर उनके विधायक पुत्र विनय मिश्रा पिता को संसद बनाने के लिए प्रचार अभियान के साथ जनसंपर्क अभियान में जुटे है। इस क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी कमलजीत सेहरावत के प्रचार अभियान में पूरा ससुराल पक्ष और मायका पक्ष के साथ बेटा आर्या और बेटी रिया कमान संभाले हुए है। चांदनी चौक के कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश अग्रवाल के चुनावी प्रचार अभियान में पुत्र मुदित गुप्ता सारथी बने हुए है। उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार के लिए उनकी मित्र मंडली मुख्य भूमिका निभा रही है।
चुनाव में जीत सुनिश्चित करने को पूरा परिवार जुटा
दक्षिणी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह बिधूड़ी की जीत सुनिश्चित करने में पूरा परिवार लगा हुआ है। इसमें सबसे आगे पुत्र सुरेंद्र बिधूड़ी हैं। बदरपुर के वाररूम से वह छोटी से छोटी गतिविधियों पर नजर रखते हैं और जरूरत के हिसाब से रणनीति में बदलाव भी करते हैं। वहीं, इनके खिलाफ मैदान में उतरे आप के सहीराम के पुत्र विक्रम बिधूड़ी व कृष्णा बिधूड़ी और भतीजे सुमित बिधूड़ी व अभिषेक बिधूड़ी की टीम ने मोर्चा संभाल रखा है। इनके पीछे पीछे परिवार का संबल है। दूसरी तरफ पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी हर्ष मल्होत्रा के लिए चुनावी कमान उनके दो बेटे और दो बेटियां संभाली हुई हैं।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी के चुनावी महासमर में उनकी पत्नी सुरभि तिवारी संकट मोचक की तरह जुटी हुई हैं। घर-घर संपर्क अभियान हो या महिलाओं की टोली के साथ प्रचार। इसमें अहम भूमिका में हैं। बेटी रीति तिवारी प्रचार की कमान संभाल रहीं हैं। क्षेत्र के मतदाताओं का तो यहां तक कहना है कि क्षेत्र से सांसद के खिलाफ जो भी नाराजगी है वह उनकी पत्नी दूर करने में मुख्य भूमिका निभा रही हैं।