नई दिल्ली । राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल को इंसाफ देने की मांग करते हुए मंगलवार को एमसीडी के सदन में भाजपा पार्षदों ने हंगामा किया। ऐसे में मेयर ने सिर्फ दो मिनट में सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दी। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष मालीवाल से हुई अभद्रता के मामले में भाजपा ने सदन में निंदा प्रस्ताव पेश किया।
नेता विपक्ष राजा इकबाल सिंह ने मालीवाल से अभद्रता को शर्मनाक बताया।
इससे पहले मेयर ङॉ. शैली ओबरॉय 11 बजे बुलाई गई बैठक में 11:42 बजे तक पहुंचीं। सीट पर आने पर उन्होंने केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने पर सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद दिया। भाजपा पार्षदों ने इसका जोरदार विरोध किया और मालीवाल को इंसाफ दो, दलित मेयर को कुर्सी पर बैठाओ, केजरीवाल इस्तीफा जैसे नारे लिखीं तख्तियां लेकर नारे लगाए। इस पर मेयर ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर किया।
निगम की मई की इस साधारण सभा में कुल 15 प्रस्ताव लाए गए थे जिसे राजन बाबू फेफड़े एवं क्षय रोग अस्पताल परिसर में मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण, शिक्षा विभाग में दैनिक भोगी कर्मचारियों की नियुक्ति, निगम अस्पतालों में आहार सामग्री खरीद की दर सुनिश्चित करने, उद्यान विभाग में मालियों की नियुक्ति से जुड़े कई और भी महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा होनी थी। यदि चर्चा होती तो शायद इनमें से कुछ प्रस्ताव पास भी हो सकते थे, लेकिन सदन की एक और बैठक बेनतीजा रही।
बैठक को बनाया मजाक, लाखों का नुकसान - राजा इकबाल सिंह
नेता प्रतिपक्ष पूर्व मेयर सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि निगम सदन की बैठक आयोजित करने में लाखों रुपये खर्च होते हैं। इसमें पार्षदों को क्षेत्र की समस्याओं व जनता से जुड़े मुद्दे उठाने का अवसर मिलता है, लेकिन आप ने सदन की बैठकों को मजाक बना दिया है। आप सरकार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई है। निगम के कार्यों से जुड़े हर मुद्दे पर हाईकोर्ट को टिप्पणी कर दिशानिर्देश जारी करने पड़ रहे हैं। मानसून आने वाला है, लेकिन नालों से गाद निकलने का काम धीमा है। मुख्यमंत्री निवास पर मालीवाल से अभद्रता की घटना आप का महिला विरोधी चेहरा उजागर करती है।