नई दिल्ली । लुटियन की दिल्ली में अब हर इमारत पर सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा। बिल्डिंग प्लान में इसका प्रावधान होने के बाद ही नई इमारत का नक्शा पास होगा। वहीं, पुरानी इमारतों से सौर ऊर्जा उत्पादन की संभावना का पता लगाने के लिए विस्तृत सर्वे होगा। बुधवार को एनडीएमसी की बैठक में ये निर्णय लिए गए।
एनडीएमसी अपने इलाके में बिजली की मांग के हिसाब से सौर ऊर्जा पैदा करने की योजना पर काम कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि योजना पर काम एक साल में पूरा होगा। इसमें एनडीएमसी टाटा ऊर्जा अनुसंधान संस्थान की मदद लेगी। इस बीच परिषद 200 मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदेगी। इसका प्रस्ताव भी बैठक में पास हो गया।
नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज की अध्यक्षता में काउंसिल की बैठक हुई। इसमें एनडीएमसी अध्यक्ष नरेश कुमार ने सौर ऊर्जा की ओर कदम बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में तय हुआ है कि एनडीएमसी को बिजली के मामले में पूरी तरह सौर ऊर्जा पर निर्भर बनाने के लिए सभी बिल्डिंगों का सर्वे कराया जाए। इससे पता चलेगा कि लुटियन की दिल्ली में सौर ऊर्जा से कितने मेगावाट बिजली पैदा हो सकती है। बैठक में नरेश कुमार ने आदेश दिया कि सौर ऊर्जा का प्रावधान नहीं करने पर बिल्डिंग प्लान पास न किया जाए। इस बारे में बिल्डिंग प्लान पास करने के नियमों में संशोधन किया जाए। वहीं, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और उत्पादन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू करने का भी आदेश दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को सौर ऊर्जा से व्यक्तिगत, सामाजिक, पर्यावरण व देश को होने वाले लाभ के बारे में अवगत कराया जाएगा।
10 मेगावाट का हो रहा उत्पादन
एनडीएमसी अभी करीब 10 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन कर रही है। इसके लिए परिषद की इमारतों के 23 स्कूलों और सीपीडब्ल्यूडी के भवनों की छत पर सोलर पैनल लगाए गए हैं। आगे इसका विस्तार होगा।
450 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है रोज
एनडीएमसी ने सोलर सिस्टम, हाइड्रो प्लांट और अन्य प्लांटों से प्रतिदिन 525 मेगावाट बिजली की व्यवस्था कर रखी है, जबकि उसके क्षेत्र में गर्मी के मौसम में प्रतिदिन अधिकतम मांग 450 मेगावाट है और सर्दी में अधिकतम खपत 245 मेगावाट रहती है। एनडीएमसी क्षेत्र में करीब 70,000 उपभोक्ता हैं।
बैठक में पास हुए कई प्रस्ताव
बैठक में गोल मार्केट स्थित अटल आदर्श बंगाली गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्कूलों के बच्चों के लिए ताजा मिड डे मील तैयार करने के लिए अर्ध-स्वचालित रसोई बनाने की योजना को मंजूरी दी गई। वहीं, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा चिकित्सक, पंचकर्म चिकित्सक, फार्मासिस्ट (यूनानी), आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट और फार्मासिस्ट (होम्योपैथी) के भर्ती नियमों के मसौदे में संशोधन करने के प्रस्ताव को भी पास किया गया। इसके अलावा भर्ती नियमों में संशोधन करके संविदा पर नियुक्त व्यक्तियों/परामर्शदाताओं के नियमितीकरण को मंजूरी दी गई। इसी तरह प्रोग्रामिंग सहायक के पद पर भर्ती नियमों के मसौदे में संशोधन किया गया। उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि एनडीएमसी में 38 श्रेणियों में लगभग 900 कर्मचारी अनुबंध के आधार पर काम कर रहे हैं। इनमें से 12 श्रेणियों में 581 कर्मचारियों को नियमित करने के लिए आरआर में संशोधन किया गया है। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि शेष 26 श्रेणियों के 367 कर्मचारियों के लिए आरआर में भी अगली बैठक में संशोधन किया जाए।
200 मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदने का प्रस्ताव पास
एनडीएमसी ने बिजली के मामले में केंद्र सरकार व दिल्ली सरकार के संयंत्रों पर निर्भर नहीं रहने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) से बिजली खरीदने का निर्णय लिया है। बैठक में एनडीएमसी ने 200 मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी। एनडीएमसी का कहना है कि इस पहले से उसे दोहरा लाभ होेगा। एक ओर बिजली खरीदने में कम राशि व्यय होगी। वहीं, बिजली किल्लत का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।
बांसुरी स्वराज ने एनडीएमसी सदस्य के तौर पर ली शपथ
बैठक में नवनिर्वाचित सांसद बांसुरी स्वराज को एनडीएमसी के सदस्य के रूप में शपथ दिलाई गई। वहीं, नवनियुक्त अध्यक्ष नरेश कुमार को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। एनडीएमसी उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने दोनों को शपथ दिलवाई।