नई दिल्ली। अगस्त का महीना शुरू होने में कुछ दिन बचे हैं। ऐसे में स्वतंत्रता दिवस के जश्न की तैयारी तेज हो गई हैं। लोगों ने इस खुशी का इजहार करने के लिए पतंग उड़ाना शुरु कर दिया है। पतंगों का दौर शुरू होते ही चीनी मांझे की बिक्री होने लगी है। बाजारों में चोरी-छिपे चीनी मांझे की कोड वर्ड में बिक्री हो रही है।
इसे धागा 420 के कोड वर्ड से बेचा जा रहा है। यही नहीं, अधिक कीमत चुकाने पर मांझे की डिलीवरी तय स्थान पर शुरू हो गई है। एक-दूसरे पतंग काटने के चक्कर में लोगों की जान खतरे में डाल रहे हैं।
पुरानी दिल्ली में पतंगों के लिए मशहूर बाजार लाल कुआं में यह मांझा चोरी छिपे धड़ल्ले से बिक रहा है। इसकी एवज में दुकानदार अधिक रुपये वसूल रहे हैं। एक चरखी की कीमत करीब 800 से 1300 रुपये के बीच हैं। आलम यह है कि दुकानदार खरीदारों को पहले से ऑर्डर देने के लिए कह रहे हैं। पतंगबाजी के दौरान इस मांझे की चपेट में आकर बीते वर्षों कई लोगों के जीवन की डोर टूट चुकी है। बावजूद इसके लापरवाही बरती जा रही है। सबसे अधिक खतरा दो पहिया वाहनों को होता है। तीज के त्योहार से ही पतंगबाजी का उत्साह पतंगबाजी के शौकीनों में बढ़ जाता है। लेकिन, पतंग की डोर बेजुबानों के साथ लोगों की जान के लिए खतरा बन रही है।
बुकिंग में ले रहे हैं ऑर्डर
सदर बाजार, तुर्कमान गेट व ओखला की संकरी गलियों में पतंग-मांझा बेचने वाले दुकानदारों का कहना है कि जो चीनी मांझा बेचा जा रहा है। यह बुकिंग में ही बिक रहा है। इसके लिए पहले से ही ऑर्डर देना पड़ रहा है। दुकानदारों ने बताया कि यह मांझा किसी चरखी में नहीं, बल्कि साधे कागज में बेच रहे हैं। तुर्कमान गेट के एक दुकानदार ने बताया कि अगर चीनी मांझा में चाहिए तो पहले व्हाट्सएप पर ऑर्डर देना होगा। इसके बाद अलग से डिलीवरी चार्ज देना होगा। लाल कुआं बाजार में पतंग व मांझे की खरीदारी करने पहुंचे कुलदीप सिंह कहते हैं कि चीनी मांझा मिल तो रहा है, लेकिन उसके लिए पहले से ऑर्डर देना होगा।
कई दुकानदार हैं सतर्क
बाजार लाल कुआं के कई दुकानदार चाइनीज मांझे को लेकर इस बार पहले से ही सतर्क हैं। दुकानदारों का कहना है कि चोरी-छिपे जो मांझा बेच रहे हैं उन पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई करे। दुकानदार सचिन ने अपील करते हुए कहा कि कोई भी इस मांझे को न बेचे और न ही इसे खरीदे। वह कहते हैं कि खरीदने वालों पर भी कार्रवाई की जाए। कुछ दुकानदार अधिक कमाई करने की फितरत में इसे बेचते हैं, जोकि गलत है।