नई दिल्ली । ईस्ट दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में श्री हनुमंत रामलीला कमिटी द्वारा आयोजित रामलीला में एक दर्दनाक हादसा हुआ। एलईडी पैनल ठीक कर रहे 20 वर्षीय वीरू की करंट लगने से मौत हो गई।हादसे के बाद भी मंचन नहीं रोका गया, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह घटना रामलीला आयोजनों में सुरक्षा की कमी को उजागर करती है।
रामलीला के राम को मंच पर पड़ा दिल का दौरा, मौत
दिल्ली के विश्वकर्मा नगर में बीते 37 वर्ष से रामलीला में मंच पर प्रभु श्रीराम की भूमिका निभाने वाले कलाकार सुशील कौशिक (56) की शनिवार रात मंचन के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। कौशिक को मंच पर अभिनय के दौरान ही सीने में दर्द उठा। उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, पर बचाया नहीं जा सका।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सतीश आहूजा ने बताया कि कमेटी 48 वर्ष से रामलीला का मंचन करा रही है। सुशील वर्ष 1987 से रामलीला में भगवान राम की भूमिका निभा रहे थे। उनके अभिनय की प्रशंसा की जाती थी। शनिवार रात 11:30 बजे मंच पर उनकी तबीयत बिगड़ गई। वह सीने पर हाथ रखकर मंच के पीछे चले गए। उनके अचानक अभिनय छोड़ने पर पहले कोई कुछ समझ नहीं पाया। अंदर जाकर वे गिर गए। दर्शकों में उनकी पत्नी और बेटा भी मौजूद थे। डॉक्टर कार्डियक अरेस्ट को ही मौत का कारण मान रहे हैं। सुशील प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे।
डीसीपी शाहदरा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, थाना आनंद विहार में सूचना मिली कि इलेक्ट्रीशियन आर्यन उर्फ वीरू (20 वर्ष) को श्री हनुमंत रामलीला में लगे एलसीडी में खराबी को ठीक करते समय करंट लग गया था। जो मंडोली का रहने वाला था। करंट लने के बाद जिसे डॉ. हेडगेवार अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।