नई दिल्ली । दिल्ली को जाम से राहत दिलाने वाली प्रमुख परियोजनाएं इस साल पूरी होती नहीं दिख रही। इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है, लेकिन बचा हुआ काम कब तब पूर होगा इसको लेकर असमंजस की स्थिति है। दरअसल, परियोजनाओं के अंतिम बचे हुए निर्माण कार्य में पेड़ों की अड़चन है। इन पेड़ों को या तो काटने की जरूरत या फिर स्थानांतरण की जरूरत है।
नियम यह है कि एक पेड़ काटने के बदले 10 पेड़ लगाया जाए। लेकिन लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पास इतनी जमीन नहीं है जिसमें पेड़ों को लगाया जा सके। ऐसे में वन विभाग की तरफ से पेड़ काटने की अनुमति नहीं मिल पा रही है। विभाग की ओर से बीते साल ही पेड़ों को काटने की अनुमति मांगी गई है।
बीते मंगलवार को पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के अधिकारियों की बैठक भी हुई। जिसमें परियोजनाओं को पूरा करने में आ रही अड़चनों पर चर्चा की गई। अधिकारियों का कहना है परियोजनाएं पहले से ही कई कारणाें से तय समय सीमा पार कर चुकी हैं। अड़चनों को दूर करने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे। जमीन संबंधी मुद्दों का भी जल्द समाधान किया जाएगा। जिससे परियोजनाओं का जनता को लाभ मिलना शुरू हो। प्रमुख रूप से आनंद विहार-अप्सरा बाॅर्डर एलिवेटेड कॉरिडोर, पंजाबी बाग क्लब रोड फ्लाईओवर, नंद नगरी गगन सिनेमा फ्लाईओवर और बारपूला फेज तीन एजिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण कार्य में पेड़ अड़चन बने हुए हैं। यह परियोजनाएं दिल्ली में यातायात सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली हैं। अधिकारियों ने बताया कि पंजाबी बाग क्लब रोड फ्लाईओवर का निर्माण कार्य 92 फीसद पूरा कर लिया गया है। यहां पर 33 पेड़ों को काटने की जरूरत है। लेकिन मामला कोर्ट में हैं। ऐसे में कोर्ट के आदेश पर ही आगे की कार्रवाई होगी।
आनंद विहार-अप्सरा बाॅर्डर एलिवेटेड कॉरिडोर पर 66 पेड़ काटने की है जरूरत...
आनंद विहार-अप्सरा बाॅर्डर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। लेकिन लेकिन यहां पर 66 पेड़ काटने की जरूरत है। इन पेड़ों में दो पेड़ कॉरिडोर के बीच में है। काॅरिडोर पर आनंद विहार की तरफ से जाने पर एक रैंप भी बनाया जा रहा है। लेकिन पेड़ होने के कारण यह रैंप पूरा नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि काॅरिडोर को यातायात के लिए आधिकारिक तौर पर शुरू करने के लिए ट्रैफिक पुलिस से एनओसी मांगी गई है। पेड़ काटने की अनुमति मिलने के बाद ही अब रैंप निर्माण कार्य किया जाएगा। साथ ही जो दो पेड़ कॉरिडार के बीच में आ रहे हैं। उन्हें काटने की अनुमित जल्द मांगी जाएगी। इसके बदले 20 पेड़ लगाने के लिए जमीन का चयन जल्द किया जाएगा। वहीं अन्य 64 पेड़ों के काटने के बदले 640 पेड़ लगाने के लिए जमीन की समस्या भी जल्द दूर की जाएगी।
नंद नगरी गगन सिनेमा फ्लाईओवर 97 पेड़ बाधा..
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नंद नगरी से गगन सिनेमा के बीच बन रहे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तय समय से पीछे चल रहा है। यहां पर 97 पेड़ काटने की जरूरत है। लेकिन इसमें कुछ पेड़ को बिना अनुमति के काट दिए गए थे। ऐसे में पीडब्ल्यूडी पर 12 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना भी लगाया गया। पीडब्ल्यूडी का कहना है कि बीते जुलाई माह में जुर्माना राशि दे दी गई है। अभी फिलहाल पेड़ों को काटने के बाद बदले में पेड़ लगाने के लिए जमीन की खोजबीन की जा रही है। यह फ्लाईओवर जिस मार्ग पर बन रहा है। वह दिल्ली को गाजियाबाद से जोड़ता है। अधिकारियों का दावा है कि परियोजना का 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
274 पेड़ बारापूला फेज तीन के निर्माण में बने बाधा...
दिल्ली के यातायात के लिए सबसे महत्वपूर्ण बारापूला फेज-तीन कॉरिडोर का निर्माण कार्य 85 फीसदी पूरा हो चुका है। मौजूदा समय में निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद है। अधिकारियों का कहना है कि परियोजना के निर्माण में 274 पेड़ बाधा बने हैं। जब तक पेड़ नहीं काटे जाते तब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सकता है। इस परियोजना के पूरा होने से लोग पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार से लेकर एम्स तक सिग्नल फ्री सफर करे सकेंगे। परियोजना बीते कई सालों से विभिन्न अड़चनों के कारण पूरी नहीं हाे पा रही है। जिससे इसकी लागत भी काफी बढ़ गई है।