नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में तीन इमारतों के निर्माण का रुका कार्य जल्द शुरू होगा। यहां निर्माण कार्य में बाधा बन रहे पेड़ों को प्रत्यारोपित किया जाएगा। इसके बाद निर्माण कार्य किया जाएगा। डीयू के 100 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस, फैकल्टी आफ टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर सेंटर का शिलान्यास किया था।
ऐसे में यहां पेड़ होने की वजह से पर्यावरण विभाग निर्माण की मंजूरी नहीं दे रहा था। इसके बाद डीयू ने इन पेड़ों को प्रत्यारोपित करने का फैसला लिया है। इससे निर्माण कार्य में तेजी आएगी और इमारतें जल्द बनकर तैयार होंगी।
यह तीन इमारतें डीयू के उत्तरी परिसर में 200 करोड़ की लागत से इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस, बीटेक कोर्स में पढ़ने वाले छात्रों के लिए फैकल्टी ऑफ टेक्नोलॉजी के भवन का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा एक कंप्यूटर सेंटर भी 87.29 करोड़ से बनाया जा रहा है। बता दें जहां यह तीन इमारतों का निर्माण होना है, वहां काफी संख्या में पेड़ हैं। इससे निर्माण कार्य शुरू होने के लिए तमाम एजेंसियों से अनुमति ली जा रही थी। ऐसे में सभी से स्वीकृति मिल गई थी। इसके भवन निर्माण के लिए तीन अलग-अलग कंपनियों को ठेके भी आवंटित कर दिए गए थे। लेकिन, पेड़ होने की वजह से वन विभाग से अनुमति मिलने में समस्या हो रही थी।
पर्यावरण का रखा जाएगा ध्यान : कुलपति
डीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए किसी भी पेड़ को हानि नहीं पहुंचाई जाएगी। प्रकृति को देखते हुए विकास कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नजफगढ़ और बवाना में डीयू की काफी जमीन है। ऐसे में इन पेड़ों को वहां प्रत्यारोपित किया जाएगा। इसके अलावा पेड़ प्रत्यारोपण के नियम के अनुसार वहां एक पेड़ के बदले 10 पौधरोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द यह कार्य शुरू हो जाएगा और नए साल में तीनों भवनों का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा।