दिल्ली । राजधानी में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने समर एक्शन प्लान जारी किया है। इसमें 12 बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इनकी मदद से प्रदूषण कम करने का प्रयास किया जाएगा। गुरुग्राम को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रेसवार्ता बताया कि एक्शन प्लान के लिए दिल्ली सचिवालय में 30 विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक में प्रदूषण को कम करने पर चर्चा हुई।
दिल्लीवालों के सहयोग से प्रदूषण स्तर में काफी सुधार आया है। इसमें और सुधार के लिए प्लान तैयार किया गया है। इसमें धूल प्रदूषण, कूड़ा जलाना व औद्योगिक प्रदूषण रोकने सहित कड़े कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा हरियाली बढ़ाने, झीलों के विकास और पड़ोसी राज्यों से संवाद समेत अन्य कदम भी उठाए जाएंगे। पहले हुए प्रयास के कारण अच्छे, संतोषजनक श्रेणी के दिनों में बढ़ोतरी हुई है। 2018 में ऐसे दिन 159 थे जो 2023 में बढ़कर 206 हो गए हैं। इस बार समर एक्शन प्लान के तहत कुछ तात्कालिक कदम उठाए जाएंगे और कुछ दीर्घकालीन कदम उठाए जाएंगे।
इन बिंदुओं पर होगा फोकस
1. पौधरोपण: 18 जून को सभी एजेंसियों की बैठक।
2. वृक्ष प्रत्यारोपण नीति : पेड़ों के जीवित रहने की दर में वृद्धि की निगरानी के लिए स्पेशल टीम का गठन।
3. धूल प्रदूषण : 15 से 30 जून तक एंटी डस्ट अभियान चलेगा, 85 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) व 276 पानी के स्प्रिंकलर मशीनें तैनात होंगी व पूरी दिल्ली में 580 पेट्रोलिंग टीमें हॉट स्पॉट पर विशेष नजर रखेंगी।
4. खुले में कूड़ा जलाना :1269 कर्मियों की 573 पेट्रोलिंग टीमें करेंगी निगरानी, 525 कर्मियों की 235 टीमें रात व 694 कर्मियों की 338 टीमें दिन में पेट्रोलिंग करेंगी और लैंडफिल के लिए एसओपी के आधार पर कार्य होगा।
5. प्रदूषण रोकने के लिए 33 टीमें औद्योगिक क्षेत्रों में करेंगी निगरानी।
6. सात सिटी फॉरेस्ट में सुधार और तीन नए सिटी फाॅरेस्ट बनाए जाएंगे।
7. झीलों का विकास : 1367 झीलों का रियल्टी चेक, 73 जल निकाय का पुनरुद्धार।
8. 1500 पार्कों और उद्यानों का विकास होगा।
9. ई-वेस्ट इको पार्क का विकास होगा।
10. इको क्लब एक्टिविटी : स्कूल-कॉलेज से 10-20 इको-क्लब शिक्षकों की एक कोर टीम बनेगी।
11. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट : निगरानी व तीनों डंपिंग साइट पर बायो माइनिंग होगी।
12. पड़ोसी राज्यों से संवाद किया जाएगा।
इन पर रहेगी विशेष नजर
सार्वजनिक परिवहन का सीएनजी में कन्वर्जन, ईंट भट्टों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण, दिल्ली के आसपास थर्मल पावर प्लांट से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण, दिल्ली में गैर-नियत ट्रकों के प्रवेश को हतोत्साहित करना और पराली जलाने को नियंत्रित करने की तैयारी।