नई दिल्ली। एनडीएमसी काउंसिल का ढांचा अगले कुछ दिनों के दौरान बदला-बदला सा दिखाई देगा। उसके चेयरमैन के साथ-साथ एक सदस्य इस माह बदल जाएगा। वहीं, चार सदस्यों का दो माह बाद कार्यकाल खत्म होने के कारण उनके स्थान पर भी नए सदस्य मनोनीत किए जाएगे।
इसके अलावा केंद्र में नई सरकार बनने के बाद उसके दो अधिकारी भी नए आने की संभावना है। केंद्र सरकार में प्रशासनिक फेरबदल होना शुरू हो गया है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में एनडीएमसी के चेयरमैन अमित यादव का तबादला अपने समाज कल्याण मंत्रालय में कर दिया है। मगर अभी केंद्र सरकार ने एनडीएमसी के चेयरमैन पर अधिकारी की नियुक्ति नहीं की है। संभवत इस सप्ताह के दौरान एनडीएमसी के नए चेयरमैन की नियुक्ति हो जाएगी। इस तरह एनडीएमसी के चेयरमैन नए होंगे। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने नई दिल्ली क्षेत्र से निवर्तमान सांसद मीनाक्षी लेखी का टिकट काट दिया था और उनके स्थान पर बांसुरी स्वराज को उम्मीदवार बनाया। वह चुनाव जीत गई है और वह सांसद के तौर पर एनडीएमसी की नई सदस्य होगी।
एनडीएमसी एक्ट के अनुसार उसके इलाके के सांसद व विधायक उसके सदस्य होंगे। एनडीएमसी एक्ट के अनुसार केंद्र सरकार की ओर से उसमें चार सदस्य मनोनीत करने का भी प्रावधान है। इन चारों सदस्यों का कार्यकाल दो माह बाद समाप्त होने जा रहा है। इस तरह दो माह बाद उनके स्थान पर नए सदस्य नियुक्त किए जाएगे। केंद्र में सत्तारूढ़ दल अपने नेताओं या फिर विशेषज्ञों को सदस्यों के रूप में मनोनीत करता है। वह इन चार सदस्यों में से एक सदस्य को एनडीएमसी का उपाध्यक्ष भी नियुक्त कर सकती है। वर्तमान में सतीश उपाध्याय, कुलजीत चहल, गिरीश सचदेवा व विशाखा सैलानी को नियुक्त कर रखा है। इनमें सतीश उपाध्याय को उपाध्यक्ष है।
चेयरमैन नियुक्त न होने से योजनाओं को नहीं मिल रही स्वीकृति
एनडीएमसी के चेयरमैन अमित यादव का तबादला हो गया है, मगर उनके स्थान पर अधिकारी की नियुक्ति नहीं होेने के कारण एनडीएमसी काउंसिल की बैठक होने का मामला अटक गया है। काउंसिल की बैठक में नई दिल्ली इलाके के विकास से जुड़ी योजनाओं को हरी झंडी दी जाती है। इसके अलावा स्थानीय निवासियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी प्रस्ताव पास किए जाते है। वहीं, एनडीएमसी के अधिकारियों व कर्मचारियों के हितों से जुड़े मामलों को भी स्वीकृति दी जाती है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लागू होने की वजह से गत तीन माह से काउंसिल की बैठक नहीं हो रही है।