स्वाति मालीवाल के साथ हुई हिंसा का मामला अरविंद केजरीवाल के पूरे चुनावी अभियान पर भारी पड़ रहा है। अरविंद केजरीवाल जहां भी जा रहे हैं, उनसे मुख्यमंत्री आवास में राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से हुई मारपीट पर पर प्रश्न पूछे जा रहे हैं।
इससे अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक अभियान पीछे छूट जा रहा है, जबकि स्वाति मालीवाल विवाद ज्यादा तेजी के साथ उभर कर सामने आ रहा है। केजरीवाल का बिभव कुमार पर कोई कार्रवाई करने की बजाय उसे अपने साथ लेकर घूमना भी आम आदमी पार्टी के लिए नई परेशानी का कारण बन रहा है। इससे लोकसभा चुनावों के ठीक बीच आम आदमी पार्टी की परेशानियां बढ़ गई हैं।
गुरुवार को जब अरविंद केजरीवाल लखनऊ में सपा नेता अखिलेश यादव के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने की कोशिश कर रहे थे, पूरे प्रेस कांफ्रेंस पर स्वाति मालीवाल विवाद भारी पड़ गया। आम आदमी पार्टी नेता से स्वाति मालीवाल विवाद पर अब तक कोई कार्रवाई न करने पर प्रश्न पूछे गए। अरविंद केजरीवाल ने इस विषय पर कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि, संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी को एक परिवार बताकर एक बार फिर यह बताने की कोशिश की कि स्वाति मालीवाल विवाद उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है और इसका समाधान खोज लिया जाएगा। लेकिन पूरी प्रेस कांफ्रेंस पर स्वाति मालीवाल विवाद जिस तरह भारी पड़ा, उससे केजरीवाल का वह संदेश पीछे छूट गया जो वे देना चाहते थे।
केजरीवाल की गलती पड़ रही भारी
दरअसल, स्वाति मालीवाल विवाद होने के बाद संजय सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि अरविंद केजरीवाल ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है। वे इस मामले में जल्द ही कड़ी कार्रवाई करेंगे। लेकिन आज 16 मई को जब अरविंद केजरीवाल लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस के लिए पहुंचे, उनके साथ स्वाति के साथ हिंसा करने के आरोपी बिभव कुमार दिखाई पड़े। इससे लोगों का पूरा ध्यान उन्हीं की ओर चला गया। लोगों का मानना है कि जिस व्यक्ति को लेकर इतना गंभीर विवाद चल रहा है, उसे ही साथ लेकर चलना पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। फिलहाल के लिए अरविंद केजरीवाल को बिभव कुमार को साथ लेने से दूरी बरतनी चाहिए।
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भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने अमर उजाला से कहा कि जो आरोपी बिभव कुमार स्वाति मालीवाल के साथ हिंसा करने का आरोपी है, उसे दंड देने की बजाय अरविंद केजरीवाल अपने साथ लेकर घूम रहे हैं। 13 मई को स्वाति के साथ मारपीट की गई थी, लेकिन आज 16 मई हो जाने तक भी बिभव कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, उलटे केजरीवाल स्वयं उसे अपने साथ लेकर घूम रहे हैं। इसी से समझ आ जाता है कि वे स्वाति से हिंसा करने के आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि वे कार्रवाई की बात कहकर केवल मामले की लीपापोती कर इसे समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भाजपा स्वाति को न्याय दिलाने के लिए इस मामले को लगातार उठाएगी।
शाजिया इल्मी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के इर्द-गिर्द इस तरह की हिंसा का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ भी अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में मारपीट की गई थी, लेकिन केजरीवाल ने आरोपियों पर स्वयं कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि इससे समझ आता है कि अरविंद केजरीवाल के काम करने का कल्चर क्या है।