नई दिल्ली । दिल्ली मेट्रो का छह स्टेशन और 8.4 किमी के सेक्शन के साथ शुरू हुआ सफर आज 288 स्टेशन और 393 किलोमीटर हुआ गया है। 25 दिसंबर 2002 को मेट्रो का व्यावसायिक परिचालन शुरू हुआ था।
इससे एक दिन पहले 24 दिसंबर 2002 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मेट्रो के पहले कॉरिडोर रेड लाइन पर शाहदरा से तीस हजारी तक के सेक्शन का उद्घाटन किया था। तब से, दिल्ली मेट्रो दिल्ली शहर और पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की जीवन रेखा के रूप में उभरी।
दिल्ली मेट्रो आज 393 किलोमीटर और 288 स्टेशनों के नेटवर्क के साथ ऊंची उड़ान भर रही है। मौजूदा समय में मेट्रो पर रोजाना औसतन हर दिन 6.4 मिलियन से अधिक यात्री यात्रा कर रहे हैं। इसका संचालन दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) की ओर से किया जाता है। डीएमआरसी की स्थापना तीन मई 1995 में कंपनी अधिनियम 1956 के तहत की गई है।
अधिकारियों के अनुसार दिल्ली मेट्रो दुनिया में कहीं भी सबसे तेजी से विस्तार करने वाले मेट्रो नेटवर्क में से एक है। पिछले 22 वर्षों में एनसीआर में 380 किलोमीटर से अधिक अतिरिक्त लाइनें बिछाई गई हैं। वर्तमान में 112.5 किलोमीटर की नई लाइनें बिछाई जा रही हैं।
कोने-कोने तक फैलेगा मेट्रो का जाल
दिल्ली मेट्रो का विस्तार राजधानी के हर प्रसिद्ध और जरूरी स्थान तक फैला हुआ है। मौजूदा समय में दिल्ली के किसी भी स्थान से मेट्रो लेकर कहीं भी जा सकते हैं। कुछ प्रसिद्ध स्थान, लाल किला, इंडिया गेट, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डा, ऐतिहासिक धरोहरों, सुप्रीम कोर्ट, संसद, बाजारों तक मेट्रो का विस्तार है।
कुछ स्थान ऐसे हैं, जहां मेट्रो आखिर तक नहीं जाती, लेकिन वहां के लिए कनेक्टविटी आसान है। जहां पर मेट्रो नहीं हैं वहां मेट्रो के लिए आगे की योजना भी तैयार की जा रही है। बताया जा रहा है कि राजधानी में हर 500 मीटर पर एक मेट्रो हो इसे ध्यान में रख कर मेट्रो के विस्तार पर काम किया जा रहा है। ताकि दिल्ली में मेट्रो का जाल कोने-कोने में तक हो।
हुए कई आधुनिक बदलाव
मेट्रो नेटवर्क के विस्तार के साथ ही मेट्रो में कई अहम तकनीक और आधुनिक बदलाव भी हुए हैं। जो यात्रा के अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं। इसमें ऑनलाइन टिकट से लेकर चालक रहित मेट्रो परिचालन शामिल है। दिल्ली मेट्रो के कई लाइनों पर चालक रहित मेट्रो का परिचालन हो रहा है। आने वाले दिनों में इसकी संख्या में और बढ़ोतरी होगी। वहीं अब टोकन की जगह क्यूआर कोड के जरिये यात्रा होती है। लोग अपने स्मार्ट फोन से मेट्रो का टिकट ले सकते हैं।