नई दिल्ली । दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश रहेंगे। पहली से आठवीं तक के लिए स्कूल बंद रहेंगे, जबकि नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए रीमेडियल (उपचारात्मक) कक्षाएं लगेंगी। शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों को एक जनवरी से 10 जनवरी तक उपचारात्मक कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए हैं।
इन कक्षाओं में छात्रों को प्री-बोर्ड क्वैश्चन पेपर का अभ्यास और रिवीजन कराया जाएगा। इसके साथ ही प्रश्नपत्र को कैसे हल करना है, यह सिखाया जाएगा। इन कक्षाओं में पाठ्यक्रम का अभ्यास कराकर उनके सीखने के स्तर में सुधार किया जाएगा।
शिक्षा निदेशालय में जिला उप-शिक्षा निदेशक (स्कूल) डॉ. अनीता वत्स की ओर से स्कूलों को एक परिपत्र जारी कर इन कक्षाओं को एक जनवरी से 10 जनवरी तक संचालित करने को कहा है। सुबह की पाली के स्कूलों में यह कक्षाएं सुबह 8:30 बजे से दोपहर 12:50 बजे तक लगेंगी, जबकि शाम की पाली वाले स्कूलों में दोपहर 1:30 बजे से शाम 5:50 तक कक्षाएं लगेंगी। नौवीं व दसवीं की कक्षाओं के लिए अंग्रेजी, साइंस, गणित विषय को अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाएगा। इन कक्षाओं में एक पीरियड की अवधि एक घंटे से कम नहीं होनी चाहिए। उपचारात्मक कक्षाओं के दौरान छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य है।
शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूल प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि शिक्षक दसवीं व बारहवीं प्री-बोर्ड के क्वैश्चन पेपर का अभ्यास कराएं। शिक्षक छात्रों को गाइड करें कि उन्हें सही तरीके से प्रश्नों को कैसे हल करना है। स्कूल प्रमुखों को कहा गया है कि वह शीतकालीन अवकाश शुरू होने से पहले उपचारात्मक कक्षाओं के लिए समय सारिणी तैयार करें। इसकी प्रति संबंधित जिला उप-शिक्षा निदेशक जोन को पहले ही जमा करानी होगी। इन कक्षाओं में आने के लिए बच्चों को स्कूल की वर्दी में आना होगा। जिला उप-शिक्षा निदेशक (जिला व जोन) प्रतिदिन कम से कम दो स्कूलों का दौरा करेंगे जिससे कि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शीतकालीन अवकाश के दौरान सुधारात्मक कार्यक्रम ठीक से चल रहा है।