नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के दौरान अवैध रूप से ले जाई जा रही दस लाख या अधिक की रकम को जब्त करने से पहले आयकर सहित अन्य विभागों की टीमों को मौके पर बुलाना होगा। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने शुक्रवार को जोन-एक की अपराध समीक्षा में अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक में ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कानून के दायरे में रहकर लोकसभा चुनावों को शांतिपूर्ण कराना बड़़ी चुनौती है।
पुलिस के अनुसार, लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। गृहमंत्री की ओर से दिल्ली पुलिस को अर्द्धसैनिक बलों की और 36 कंपनियां दी गईं हैं। दस कंपनियां पहले ही मिल चुकी हैं। गृह मंत्रालय से 250 से ज्यादा कंपनियां मांगी गई हैं। वहीं, राजस्थान से आठ हजार व उत्तराखंड से चार हजार होमगार्ड मिल गए हैं। हरियाणा से भी होमगार्ड मांगे गए हैं। दिल्ली पुलिसकर्मियों की क्षमता भी 90 हजार से ज्यादा है।
ज्यादातर को चुनावी ड्यूटी में लगाया जाएगा। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश के लिए हरियाणा व पंजाब से अवैध रूप से शराब जाती थी। चुनाव आयोग के संज्ञान में यह बात आई तो इसे बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए। अब हरियाणा व पंजाब सरकार ने शराब की बोतलों पर क्यूआर कोड डाल दिए हैं। पंजाब व हरियाणा से अरुणाचल प्रदेश भेजी जाने वाली शराब की दिल्ली समेत अन्य जगहों पर लोकेशन ली जाएगी, ताकि इसका अवैध रूप से इस्तेमाल न हो।
चार महीने बाद बुलाई बैठक
दिल्ली पुलिस आयुक्त अपराध को लेकर हर 15 दिन में क्राइम रिव्यू बैठक बुलाते हैं, लेकिन किसान आंदोलन आदि वजहों से इस बार रिव्यू बैठक चार महीने बाद बुलाई गई है। शुक्रवार को जोन-एक की बैठक हुई। जोन-दो की इस सप्ताह होगी। इसमें लोकसभा चुनाव ठीक से करवाने की रणनीति आदि पर चर्चा भी हुई। इस दौरान अपराध कम होने पर सभी अधिकारियों ने दिल्ली पुलिस आयुक्त की तारीफ भी की।