रिश्वत लेते रंगे हाथों धरा: खाद्य आपूर्ति विभाग का अकाउंटेंट व क्लर्क पकड़ा
- Rohit Mehra
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यमुनानगर। हरियाणा के यमुनानगर के सरकारी विभागों में रिश्वतखोरी पूरी तरह से हावी है। आए दिन आ रहे मामलों से प्रतीत होता है कि यहां बिना रिश्वत दिए लोगों के कार्य नहीं हो पाते। इसका खुलासा तब हुआ जब एक के बाद एक सरकारी विभागों में रिश्वत के मामले सामने आते गए। अभी हाल में साढौरा थाना के एसएचओ धर्मपाल 50 हजार और थाना छछरौली के चालक संजीव कुमार 10500 रुपये की रिश्वत लेने का मामला ठंडा नहीं हुआ था कि वहीं खाद्य आपूर्ति विभाग का एक और नया मामला सामने आ गया।
यहां विजिलेंस टीम ने अकाउंटेंट विकास और क्लर्क आजाद को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया गया। दोनों पर आरोप है कि डिपो होल्डर से कमीशन की एवज में दोनों 28 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर दोनों को पकड़ लिया।
दोनों पर कार्रवाई भठेड़ी गांव के गुलाब कुमार की शिकायत पर हुई है। हालांकि दोनों आरोपियों को टीम गिरफ्तार अपने साथ ले आई है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। बताया जा रहा है इस मामले में अन्य और भी शामिल हैं लेकिन यह अभी तफ्तीश का विषय है।
इस तरह से किए काबू
विजिलेंस विभाग के इंस्पेक्टर सतपाल ने बताया कि भठेड़ी गांव के गुलाब कुमार ने शनिवार को उन्हें दोनों आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। दोनों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया और टीम तैयार की। प्लानिंग के अनुसार गुलाब को 500-500 के नोट के 20 हजार रुपये देकर आरोपियों के पास भेज दिया गया।
जैसे ही गुलाब ने आरोपियों को पैसे पकड़ाए और इशारा मिलते ही टीम ने दोनों को धर दबोच लिया गया और जो रुपये उन्हें सौंपे गए थे वे भी ले लिए गए। इसके बाद दोनों आरोपियों अपने साथ विजिलेंस कार्यालय ले आई। बताया जा रहा है दोनों के अलावा और अन्य भी इसमें शामिल रहे हैं लेकिन उनकी अभी तफ्तीश शुरू कर दी गई है।