इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्टिस्तान में लोग पाकिस्तानी सरकार के अत्याचारों से तंग आकर सड़क पर उतर आए हैं। पाक मिलिट्री मॉनिटर की रिपोर्ट के मुताबिक, गिलगित-बाल्टिस्तान में बिजली, ईंधन और भोजन जैसी बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं होने पर लोगों का पाकिस्तान सरकार के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है।

उनका आरोप है कि चुने हुए प्रतिनिधि आम लोगों की मदद करने के बजाय लोगों के शोषण में पाकिस्तानी अधिकारियों की मदद करते हैं। जगह-जगह विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रही अवामी एक्शन कमेटी का कहना है कि चुने हुए प्रतिनिधियों ने गिलगित बाल्टिस्तान को पाकिस्तान का उपनिवेश बना दिया है। यहां से पाकिस्तान सभी तरह के संसाधनों का दोहन करता है और बदले में किसी तरह की सुविधा नहीं मिलती है।

पाकिस्तान ने मुद्दा बनाया
1947 में बंटवारे के वक्त पाकिस्तान में धोखे से गिलगित-बाल्टिस्तान पर कब्जा किया था। 1949 में लोगों की सहमति के बिना ही गिलगित-बाल्टिस्तान को कश्मीर मुद्दे का हिस्सा बना दिया।