नई दिल्ली। सूर्यापासना का चार दिवसीय महापर्व शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। दूसरे दिन शनिवार को खरना होगा। रविवार को अस्ताचलगामी और सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ महापर्व संप्न्न हो जाएगा। उधर, बृहस्पतिवार को श्रद्धालु दिन भर सामान की खरीदारी में जुटे रहे। इसके अलावा घाटों की सफाई भी की गई।


नहाय-खाय के दौरान व्रती नहाने के बाद कद्दू एवं चावल खाएंगे। शनिवार को पूरा दिन व्रत रखेंगे, शाम को खरना में अनेक पकवान खाने के साथ उनका व्रत खुलेगा। इसके बाद ही उनका निर्जला व्रत पुन: शुरू हो जाएगा। सोमवार को उदीयमान सूर्य का अर्घ्य देने तक उनका व्रत जारी रहेगा।


उधर, अटूट श्रद्धा भक्ति के इस पर्व को लेकर उत्साहित व्रती बाजारों में खरीदारी करने को जुट गए है। वहीं छठ पर्व आयोजन समितियों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन व व्रती को किसी तरह की परेशानी न होने देने के बंदोबस्त करने शुरू कर दिए है। समितियों ने विभिन्न इलाकों के साथ-साथ यमुना नदी एवं पश्चिमी यमुना नहर के किनारे बने अस्थायी घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कराने का निर्णय लिया है। उन्होंने पूर्वांचल के विख्यात गायकों को छठ मैय्या को गुणगान करने के लिए बुलाया है।

मेयर ने छठ घाटों का किया निरीक्षण, सफाई के निर्देश
मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने बृहस्पतिवार को नजफगढ़ जोन के डाबरी, सागरपुर और मंगलापुरी में छठ घाटों का निरीक्षण किया और तत्काल साफ सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डाबरी वार्ड के छठ घाट पर तुरंत साफ-सफाई कराने और रोशनी के लिए लाइटें लगवा के निर्देश दिए। पास में पड़े निर्माण व विध्वंस कचरे को तत्काल हटाने के लिए कहा। मेयर ने कहा कि पूजा स्थल के आसपास सौंदर्यीकरण किया जाए। मेयर ने कहा कि सभी वार्डों में छठ घाट बनकर तैयार हैं। सभी 250 वार्डों में छठ घाटों के रख-रखाव के लिए प्रति वार्ड 40 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई है। दिल्ली सरकार के सहयोग से छठ पूजा महापर्व के दौरान पूर्वांचल वासियों को कोई समस्या नहीं होगी।

सफाई का काम तेज, मंत्री व विधायक भी मैदान में उतरे
दिल्ली सरकार ने छठ पूजा की तैयारियों के लिए राजस्व मंत्री आतिशी व विधायकों को मैदान में उतारा है। उन्होंने बृहस्पतिवार को कई जगह छठ घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान आतिशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दिन-रात काम कर छठ घाट तैयार किए जाएं। आतिशी ने कहा कि छठ के आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी न आने देने के लिए केजरीवाल सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है।

सरकार ने 1000 से अधिक छठ घाट तैयार किए हैं और सभी विधायक व विभाग नजर रख रहे हैं। छठ घाटों पर तालाब बनाने से लेकर टेंट, लाइट्स, साफ-सफई, सुरक्षा आदि सभी चीजों का इंतजाम सरकार कर रही है। बहुत से घाटों पर मैथली-भोजपुरी अकादमी की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। छठ के नाम पर भाजपा आरोप-प्रत्यारोप कर रही है, लेकिन सच्चाई ये है कि भाजपा ने आज तक छठ का कोई आयोजन नहीं किया। जब एमसीडी में भाजपा थी तब भी उनकी ओर से छठ का किसी प्रकार का आयोजन नहीं किया गया। अब एमसीडी में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है तो एमसीडी ने भी कई छठ घाटों को श्रद्धालुओं के लिए तैयार किया गया है।

केजरीवाल का 10 सूत्री कार्यक्रम छठ पर्व को बनाएगा यादगार: आप
आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर एमसीडी ने छठ महापर्व को यादगार बनाने के लिए 10 सूत्रीय कार्यक्रम तैयार किया है। कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए एमसीडी ने काम तेज कर दिया है।

छठ की तैयारियों के बारे में एमसीडी के प्रभारी एवं विधायक दुर्गेश पाठक ने बताया कि आप सरकार आने से पहले दिल्ली में 70 घाट ही सरकारी मदद से बनते थे, लेकिन अब एक हजार से भी ज्यादा अच्छे व शानदार घाट बनाए जा रहे हैं। दुर्गेश पाठक ने पार्टी मुख्यालय में बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सभी घाटों पर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अरविंद केजरीवाल ने 10 सूत्रीय कार्यक्रम बनवाया है। इसके मुताबिक सभी घाटों पर टेंट, लाइट, टॉयलेट, एम्बुलेंस, डॉक्टर, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की व्यवस्था की जा रही है।

पूजा के लिए व्रतियों को घर से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा। घर के पास ही छठ घाट बनाए जा रहे हैं। साथ ही घाटों पर आम आदमी पार्टी के सभी विधायक, पार्षद, विधानसभा अध्यक्ष समेत पार्टी के वालंटियर्स लोगों की सेवा में 24 घंटे मौजूद रहेंगे।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के तहत पहला-अच्छे और शानदार घाट बनाए जाएं, दूसरा-टेंट की व्यवस्था की जाए और तीसरा-लाइट की व्यवस्था की जाए, चौथा-टॉयलेट का इंतजाम हर घाट पर किया जाए, पांचवां-पानी की व्यवस्था की जाए, छठा-एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए, सातवां-डॉक्टर भी बुलाए जाएं, आठवां-हर जगह पर लोगों की मांग के अनुसार सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएं, नौवां-घर के नजदीक घाट बनाए जाएं और दसवां-सभी विधायकों, पार्षदों, विधानसभा अध्यक्ष, संगठन मंत्री, वार्ड अध्यक्ष, संगठन मंत्रियों और सभी वालंटियर्स हर घाट पर 24 घंटे मौजूद रहे।