नई दिल्ली। सर्द मौसम और हवा की रफ्तार कम होने से दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। सोमवार के दिन दिल्ली की हवा में प्रदूषण का जहर और बढ़ गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक सोमवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 अंक के पार यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा। मौसम की अलग-अलग स्थितियों के चलते इस बार दिल्ली के लोगों को सामान्य से ज्यादा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है।

सीपीसीबी के मुताबिक सोमवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 327 अंक रहा। इसे बेहद खराब श्रेणी मे रखा जाता है। इससे एक दिन पहले रविवार को यह सूचकांक 264 अंक पर यानी खराब श्रेणी में था। चौबीस घंटों के भीतर ही इसमें 63 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली के दो इलाके ऐसे हैं, जहां का सूचकांक 400 अंक के पार यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। आईटीओ और आनंद विहार जैसे भारी भीड़-भाड़ वाले इलाके इसमें शामिल हैं।

सोमवार शाम पांच बजे दिल्ली की हवा में प्रदूषक कण पीएम-10 का स्तर 262 और पीएम-2.5 का स्तर 151 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा। मानकों के मुताबिक पीएम-10 का स्तर 100 से कम और पीएम-2.5 का स्तर 60 से कम होना चाहिए। इस हिसाब से दिल्ली की हवा में अब भी मानकों से ढाई गुना ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।

21 जनवरी के बाद हवा की रफ्तार बढ़ने से मिल सकती है राहत

केंद्र द्वारा संचालित संस्था सफर के मुताबिक सर्द मौसम और हवा की गति कम होने के चलते प्रदूषक कणों का बिखराव बेहद धीमा हो गया है। अगले दो-तीन दिन ऐसी ही स्थिति रहने की संभावना है। 21 तारीख के बाद हवा की रफ्तार तेज होने से प्रदूषक कणों का बिखराव तेज हो सकता है और लोगों को साफ-सुथरी हवा में मिल सकती है।

प्रदूषण मीटर
वायु गुणवत्ता सूचकांक
16 जनवरी 264
17 जनवरी 327

यहां की हवा सबसे खराब
आईटीओ 405
आनंद विहार 401
विवेक विहार 379
पटपड़गंज 386
ओखला-2 370