नई दिल्ली । ‘रात ही नहीं, दिन में भी घर से निकलने में डर लग रहा है। जब तक किराये का दूसरा घर नहीं मिलता कुछ दिनों के लिए अपने बच्चों के साथ भाई के घर रहने जा रही हूं।’ यह कहना है वसंतकुंज के रंगपुरी में घटनास्थल के पड़ोस में रहने वाली दीपा का। शनिवार को उनके चेहरे पर खौफ का मंजर साफ नजर आया।