गाजियाबाद। अप्रैल से शुरू होने वाले स्कूलों के नए शैक्षणिक सत्र में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें खरीदने के लिए जेब ढीली करनी होगी। एनसीईआरटी के नए सिलेबस की किताबों में 20 फीसदी तक इजाफा हुआ है। दूसरी ओर निजी प्रकाशकों की किताबें तो 50 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। ऐसे में ऐसे स्कूल जहां निजी प्रकाशकों की किताबें संचालित होती हैं, तो अभिभावकों की जेब कटना तय है।

कॉमर्स का सिलेबस सबसे ज्यादा महंगा
मॉडल टाउन स्थित जगदंबा बुक स्टोर के संचालक राजकुमार ने बताया कि एनसीईआरटी किताबों के नए स्टॉक में 10 से 20 फीसदी तक ही वृद्धि हुई है। लेकिन निजी प्रकाशकों की किताबें 40 से 50 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। एनसीईआरटी में 12वीं कॉमर्स (वाणिज्य) विषय का सिलेबस के दाम अधिक हैं। एनसीईआरटी में पहली से पांचवीं और छठवीं से आठवीं तक की पुस्तकों के दाम में 10 प्रतिशत तक ही बढ़ोतरी हुई है।
पुस्तकों के दाम पर नजर
कक्षा नए दाम पुराने दाम
एक से पांचवीं तक 800 720
छठवीं से आठवीं तक 640 580
नौवीं और दसवीं तक 1000 840
11वीं और 12वीं तक
वाणिज्य 2000 1750
विज्ञान 1300 1100
कला 900 800