नई दिल्ली। देश के सात राज्यों में पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित किए जाएंगे। टेक्सटाइल पार्क बनने से करीब तीन लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा और करीब 70 हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा। इन पार्कों को 2027-28 तक पूरा किया जाना है। यूपी में यह पार्क लखनऊ में एक हजार एकड़ में बनेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्विटर पर इसकी घोषणा की।

 

पीएम ने कहा- दुनिया के लिए भारत में बनाओ पहल का उदाहरण बनेंगे पार्क
उन्होंने कहा कि ये टेक्सटाइल पार्क दुनिया के लिए भारत में बनाओ (मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड) पहल का बेहतरीन उदाहरण बनेंगे। वहीं, वाणिज्य व कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, टेक्सटाइल पार्क बनने से भारत एक वैश्विक निवेश, विनिर्माण और निर्यात केंद्र बनेगा। निवेशकों, निर्माताओं, निर्यातकों और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के लिए एक नायाब अवसर बताते हुए गोयल ने कहा, विश्व स्तरीय सुविधाओं, अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और एकीकृत मूल्य शृंखला से वैश्विक चैंपियन तैयार होंगे।


5एफ को करेंगे साकार
पीएम मोदी ने कहा कि टेक्सटाइल पार्क 5एफ यानी फार्म टू फाइबर टू फैक्ट्री टू फैशन टू फॉरेन के विजन को साकार करेंगे।
कपास की खेती से लेकर सीधे विदेश निर्यात की संकल्पना पर आधारित इन फार्मों के जरिये संबंधित राज्यों में करोड़ों रुपये का निवेश आएगा।
इन शहरों में बनेंगे
उत्तर प्रदेश के लखनऊ, मध्यप्रदेश के धार, महाराष्ट्र के अमरावती, तेलंगाना के वारंगल, तमिलनाडु के विरधुनगर, कर्नाटक के कलबुर्गी और गुजरात के नवसारी में।
दुनिया से कर सकेंगे मुकाबला : इन पार्कों में कपड़ा उद्योग का विश्वस्तरीय ढांचा होगा। इससे भारतीय कपड़ा उद्योग वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर पाएगा व प्रशिक्षण व शोध को भी बढ़ावा मिलेगा।

51 फीसदी हिस्सेदार होगी यूपी सरकार एक ही परिसर में सभी सुविधाएं
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि टेक्सटाइल पार्क के लखनऊ व हरदोई के बीच एक हजार एकड़ जमीन चिह्नित कर ली गई है। उन्होंने बताया कि पार्क में वस्त्रोद्योग से जुड़े सारे कार्य और सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। पार्क के निर्माण में 51 फीसदी भागीदारी यूपी की रहेगी।

बिखरे उद्योग को मिलेगी ताकत
कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि इस नई पहल से भारतीय उद्योग विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी बन जाएगा, क्योंकि टेक्सटाइल पार्कों से परिचालन व लागत में कमी आएगी। बिखरे कपड़ा उद्योग को ताकत मिलेगी। दक्षता में सुधार होगा और उच्च गुणवत्ता के वस्त्रों व परिधानों की तय समय में आपूर्ति हो पाएगी। पार्कों का चयन एक पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। इसे अभिनव पीएम गतिशक्ति नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर मास्टर प्लान के साथ जोड़कर तैयार किया गया है।
टेक्सटाइल पार्क में केंद्र और संबंधित राज्य दोनों विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) में भागीदार होंगे जो इन पार्कों की स्थापना और प्रबंधन करेंगे।
सबसे बड़ा निर्यातक बनने का लक्ष्य : भारत दुनिया के बड़े वस्त्र निर्यातकों में से एक है, 2030 तक 100 अरब डॉलर के वस्त्र निर्यात का लक्ष्य हासिल करना है। 2047 तक विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक बनना है।

मुक्त व्यापार समझौतों का लाभ : संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर भारत हस्ताक्षर कर चुका है। कनाडा, ब्रिटेन, इस्राइल और यूरोपीय संघ के साथ बातचीत कर रहा है। ये समझौते कपड़ा उद्योग को विकसित बाजारों तक पहुंच बनाने में मददगार होंगे।

यूपी में प्रस्तावित है  53 हजार करोड़ का निवेश
यूपी की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान यूपी में टेक्सटाइल क्षेत्र में आदित्य बिरला ग्रुप सहित एक हजार से ज्यादा निवेशकों ने 53 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव दिए हैं। इन निवेश प्रस्तावों को अमल में लाने से दो लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।